[Team insider] झारखंड के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद झारखंड कांग्रेस का राजनीतिक समीकरण बड़ी तेजी से बदला है। आरपीएन सिंह के जाने के बाद अविनाश पांडे को झारखंड कांग्रेस प्रदेश का प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया है। वहीं अविनाश पांडे प्रभारी बनने के तुरंत बाद उन्होंने झारखंड का तीन दिवसीय दौरा किया था और यहां के मंत्रियों और विधायकों से मिलकर संगठन को मजबूती बनाने की चर्चा की थी। वहीं आरपीएन के जाने के बाद पार्टी से बाहर चल रहे कांग्रेसी नेता सुखदेव भगत और प्रदीप बालमुचु पार्टी में शामिल हुए थे। उन्होंने विधायकों और सरकार के मंत्रियों को कई टास्क भी दिया था।
कार्यकर्ताओं में भी देखने को मिली थी नाराजगी
वहीं अविनाश पांडे ने विधायकों से जिले में जाकर कार्यकर्ताओं से मिलने और संगठन की मजबूती को लेकर बात भी कही थी। इस दौरान कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी देखने को मिली थी। इस दौरान एक वीडियो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जहां गढ़वा जिले का दौरा कर रहे कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को जिले के पूर्व जिला अध्यक्ष खरी खोटी सुनाई थी और कार्यशैली पर सवाल भी उठायी थी।
झारखंड के 18 विधायक राहुल गांधी से करेंगे मुलाकात
ऐसे में यह कयास भी लगाया जा रहा है कि पार्टी को मजबूत बनाने को लेकर केंद्रीय आला अधिकारी काफी संजीदा है। जिसे लेकर सोमवार को झारखंड कांग्रेस के सभी विधायक दिल्ली जाकर बैठक में हिस्सा लेंगे। वहीं नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के नेतृत्व में झारखंड के 18 विधायक राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे और पार्टी को मजबूत बनाने को लेकर भी मंथन होगा। वहीं अंदर तहखाने से यह भी चर्चा है कि झारखंड कांग्रेस के विधायकों से राहुल गांधी वन-टू-वन बात भी कर सकते हैं।
विधायक अपने स्थिति को भी राहुल से कराएंगे अवगत
बड़ी बात यह है कि संगठन की मजबूती और सरकार के साथ समन्वय की बात करेंगे, लेकिन इस दौरान विधायक अपने स्थिति को भी राहुल गांधी से अवगत कराएंगे। कांग्रेस के कई विधायक बीच-बीच में सरकार की कार्यशैली से नाराज भी होते रहे हैं। ऐसे में विधायक राहुल गांधी को गठबंधन सरकार की राजनीतिक से अवगत कराएंगे, जिससे कि सारी बातें छन कर सामने आ जाए।