[Team insider] कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में नाराजगी उस समय देखने को मिली जब बादल पत्रलेख गढ़वा में जिला कार्यालय में जिला कमेटी की एक बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे। जहां कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष आशिक अंसारी ने मंत्री बादल पत्रलेख को जमकर खरी खोटी सुनाई। जिसके बाद राजनीतिक महकमा में यह बात खुलकर सामने आने लगी कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है या ये कहें कि कांग्रेस के मंत्रियों से जिला के कार्यकर्ताओं में नाराजगी है।
राजनीतिक तापमान अचानक बढ़ा
बता दें कि नवनियुक्त झारखंड कांग्रेस प्रदेश प्रभारी के तीन दिवसीय दौरे के बाद राज्य के मंत्रियों को जिला के कार्यकर्ताओं से मिलने की बात कहीं गई थी, जिससे कि कार्यकर्ताओं द्वारा वहां के लोगों की समस्याओं से मंत्री रूबरू हो सकें और समस्याओं का अधिकारियों के पहल पर निदान किया जा सके लेकिन गढ़वा में कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष आशिक अंसारी मंत्री पर बिफर पड़े। जिसके बाद राजनीतिक तापमान अचानक बढ़ गया है। आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है। इस मामले में झामुमो ने सफाई देते हुए कांग्रेसी नेता आशिक अंसारी को बहुरूपिया तथा भाजपा के पूर्व विधायक का कठपुतली बताया है।
दूसरी ओर भाजपा ने झामुमो पर प्रहार करते हुए कहा है कि सत्ताधारी गठबंधन में शामिल दल कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी की बैठक गढ़वा के प्रभारी मंत्री बादल पत्रलेख के सामने गढ़वा विधायक सह मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के करतूतों की पोल खोल दी है। साथ ही प्रभारी मंत्री की कर दी बोलती बंद कर दी है।
आशिक अंसारी ने सरकार और गढ़वा के प्रभारी मंत्री से नाराज नेताओं ने मंत्री बादल पत्रलेख के सामने ही सरकार के क्रियाकलाप की पोल खोलते हुए उनकी बोलती बंद कर दी। कांग्रेस नेताओं ने पार्टी कोटे से मंत्री बने पत्रलेख की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए जमकर खरी खोटी सुनाई।
मंत्री ने कहा पार्टी नेताओं की दूर होगी नाराजगी
वही इस मामले पर मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि पार्टी के लोग नाराज है, अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे है। जल्द ही इनकी नाराजगी पार्टी स्तर और जिला के प्रभारी मंत्री होने के नाते दूर की जाएगी। अधिकारियों को भी बोला जाएगा।