[Team insider] कभी बार बालाओं के साथ ओर्केस्ट्रा में ठुमके लगाने वाला संदीप गोराई ठगी का नटवरलाल बन बैठा है। इसका खुलासा तब हुआ जब बीसीसीएल व ईसीएल में नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से 40 लाख रुपए से भी अधिक की ठगी करने के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया जिसमे सुनील गोराई भी शामिल है। गुरुवार को डीएसपी अमर कुमार पांडेय ने बताया की पुरुलिया के एक निशांत गुप्ता ने बरवाअड्डा थाने में केस किया था और बताया था कि ईसीएल और बीसीसीएल में नौकरी दिलाने के नाम पर कुल 7 लोगों से 40 लाख से अधिक की ठगी की गई है।
गैंग लोगों को दे देता है फर्जी जॉइनिंग लेटर
सुनील कितना शातिर बन चुका है यह तब पता चला जब पुलिस ने जब अनुसंधान शुरू किया। फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर, फर्जी इंटरव्यू लेटर, फर्जी पैड, फर्जी मुहर आदि का प्रयोग संदीप का गैंग लोगों को फर्जी जॉइनिंग लेटर दे देता है। जब लोग जॉइनिंग लेटर लेकर कंपनी में पहुंचते हैं तो पता चलता है कि उनसे ठगी हुई है।
40 लाख में से ₹16 लाख बरामद
डीएसपी ने बताया कि सुनील गोरे, बैद्यनाथ गोरे और तापस मंडल को गिरफ्तार किया गया है। सुनील और तापस मंडल बरवा अड्डा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं जबकि बैद्यनाथ आद्रा का रहने वाला है। पुलिस ने तापस मंडल के पास से फर्जी पहचान पत्र, फर्जी लेटर, फर्जी मुहर, एक लैपटॉप के अलावा लिए गए 40 लाख में से ₹160000 बरामद कर पाई है।
कोयलांचल में इस तरह के फर्जी गैंग हैं सक्रिय
बता दें कि कोयलांचल में इस तरह के फर्जी गैंग सक्रिय हैं और भोले -भाले लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगी करने में लगे हुए है। कोई -कोई मामले पकड़ में आ जाते हैं, बाकी मामले में ठगे गए लोग चुपचाप घर में ही बैठ जाते है। बात सुनील की करें तो कुछ दिनों पहले तक वह बार बालाओं के साथ ऑर्केस्ट्रा में अश्लील गानों पर ठुमके लगाया करता था इसी से उसका बंगाल कनेक्शन शुरू हुआ और बाद में व ठगी का नटवरलाल बन बैठा।