[Team insider] रूस ने यूक्रेन पर हमला कर जंग की शुरुआत कर दी है। इधर जंग शुरू होते ही यूक्रेन में आवाजाही बंद हो चुकी है। इस घटना से भारत के कई छात्र और कामगार यूक्रेन में ही फंस गए है। वहीं जमशेदपुर की राशिका खेमका यूक्रेन के ओडिसा में फंसी, घर से मात्र दो किलोमीटर पर धमाका हुआ। राशिका ने फोन कर परिजनों को घटना की जानकारी दी। शहर के व्यापारी संजय कुमार खेमका की 24 वर्षीय बेटी रशिका खेमका भी उन्ही में से एक है। जंग शुरू होने की बात सुन उनका पूरा परिवार डरा सहमा सा है। यूक्रेन के ओडिसा में मौजूद राशिका ने भारतीय समय के अनुसार सुबह 7.30 बजे अपने पिता संजय खेमका को फोन कर इलाके में हमला होने की जानकारी दी। पांच मिनट बात होने के बाद ही राशिका ने फोन काट दिया।
यूक्रेन में फंसे लातेहार-गढ़वा के तीन मेडिकल स्टूडेंट
लातेहार और गढ़वा के छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं. लातेहार से एक छात्रा एवं गढ़वा से दो छात्र के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी मिली है. तीनों विद्यार्थी एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गए हैं. गढ़वा जिले के खरौंधी गांव निवासी इदू अंसारी के पुत्र असरफ अंसारी यूक्रेन में रहकर चार साल से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है।
रमुना थाना क्षेत्र परसवान गांव निवासी मुबारक अली का पुत्र साजीद अली भी यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. वह भी वहां फंस कर रह गया है. पिता ने बताया कि साजीद से बात हो रही है। लातेहार जिले के बरवाडीह मुख्यालय निवासी मनोज प्रसाद की बड़ी पुत्री राजनंदनी यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ायी कर रही है और युद्ध के चलते फंस कर रह गयी है।