पिछले दिनों हुए 2025 Bihar Legislative Assembly election में Mahagathbandhan (महागठबंधन) ने जिस तरह कई घटक पार्टियों को सीट-शेयरिंग में हिस्सा दिया, उसी सूची में ये उम्मीद जताई जा रही थी कि Jharkhand Mukti Morcha (जेएमएम) को कुछ सीटें मिलेंगी। मगर, जेएमएम को एक भी सीट नहीं दी गई। चुनाव परिणामों में महागठबंधन की करारी हार से राजनीतिक गलियारों में नई अटकलें तेज हो गई थीं कि झारखंड का सियासी समीकरण बदल सकता है।
हाइटेक बिहार विधानसभा में 10 मिनट बंद रहा राज्यपाल का माइक.. हो गई सरकार की फज़ीहत!
इन कयासों में यह भी जोड़ा गया कि हो सकता है जेएमएम, अपने हितों के लिए, अब Bharatiya Janata Party (बीजेपी) के साथ गठबंधन कर ले। इस चर्चा को और तब हवा मिली जब राज्य के मुख्यमंत्री Hemant Soren और उनकी पत्नी Kalpana Soren दिल्ली आए जिससे कुछ लोगों ने माना कि वे भाजपा आलाकमान से मुलाकात में हो सकते हैं। जेएमएम ने इन कयासों को खारिज किया है।
मोदी सरकार को बेडरूम में घुसने की आदत क्यों है?.. ‘संचार साथी’ ऐप पर कांग्रेस ने घेरा
इन अटकलों के बीच, जेएमएम के राज्यसभा सांसद Sarfaraz Ahmed ने स्पष्ट रूप से कहा है कि झारखंड की राजनीति में उन्हें बीजेपी-गठबंधन की कोई गरज नहीं। उन्होंने बताया कि महागठबंधन ने बिहार चुनाव के दौरान जिस तरह झामुमो को दरकिनार किया उससे बिहार में जो हुआ, दिल में टीस तो है, उसके बावजूद उन्हें झारखंड में किसी बदलाव की इच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां दो बर्तन होते हैं, वहाँ खटपट होती रहती है, लेकिन यह खटपट किसी गठबन्धन तोड़ने की ओर नहीं जाती। उनका कहना है कि झारखंड में चर्चित गठबंधन, यानी जेएमएम–कांग्रेस, बरकरार रहेगा।






















