[Team insider] जेएमएम से जामा विधायक सीता सोरेन ने शुक्रवार को राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से मुलाकात की। मुलाकात के बाद मीडिया से रु-ब-रु हो कर कहा कि इतने सालों तक संघर्ष करने के बाद अलग राज्य बना, जिसका मकसद था कि यहां पर रहने वाले आदिवासी-मूलवासी, शोषित, पीड़ित मजदूर वर्ग का विकास हो। लेकिन लंबे इंतजार के बाद भी आज तक जो बदलाव होना चाहिए, वह देखने को नहीं मिला। राज्य में भूमि की लूट हो रही है कितनी संख्या में जो है कि दलाल के माध्यम से सीएनटी एक्ट के जमीन को बेची जा रही है यहां पर जल जंगल जमीन की रक्षा करने के लिए लड़ाइयां लड़ी और आज जब हम आज हम देख रहे हैं। वन भूमि को भी अतिक्रमण किया जा रहा है।
वन भूमि पर अवैध रूप से रास्ता बना हुआ है
चतरा में सीसीएल कंपनी के द्वारा वन भूमि पर अवैध रूप से रास्ता बना हुआ है और इस मुद्दे को लेकर हम विधानसभा में भी अपना अ ध्यानाकर्षण के माध्यम से रखे लेकिन पूरी तरह से मुझे संतुष्ट जवाब नहीं मिला। विधानसभा को गुमराह किया गया। इस पर हम सीएम से हमने वार्तालाप की, जो इस में संलिप्त पदाधिकारी उनके ऊपर कर्रवाई की जाए। लेकिन आज तक आश्वासन ही दे रहे हैं। कार्रवाई करेंगे लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। वहीं राज्यपाल से मिलने के सबंध में पूछे पर कहा कि राज्यपाल द्वारा आश्वासन दिया गया है। इस पर जांच करवाएंगे अपने स्तर से और जो वाजिब होगा करेंगे।
मेरे खिलाफ नहीं है कोई विधायक
सीता सोरेन ने कहा कि मेरे खिलाफ कोई विधायक नहीं है। अगर पार्टी नेतृत्व के पास शिकायत गयी है तो उसका लिखित कागज होगा। वे लोग लिखित कागज क्यों नहीं दिखाते। कोई पत्र नहीं लिखा गया है, आरोप बेबुनियाद है। कोई भी विधायक हमारे खिलाफ नहीं है। कोई पत्र नहीं लिखा गया है, यदि है तो वो दिखाये। जो विधायक बोल रहे हैं, उन्हीं में से कुछ लोग चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली गये थे। यह पूछे जाने पर क्या वे झामुमो के ही विधायक थे, तो सीता ने साफ कहा जी हां। कौन-कौन विधायक दिल्ली गये थे इस सवाल पर सीता ने रणनीतिक जवाब देते हुए कहा कि आगे तो आप लोग पता कर लीजिये।
सब अपने-अपने लड़ाई लड़ रहे हैं
वहीं जेएमएम विधायक लोबिन हेंब्रम द्वारा विधानसभा बजट सत्र के दौरान अपने ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के संबंध में सीता सोरेन ने कहा कि सबके अपने तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। सब अपने-अपने लड़ाई लड़ रहे हैं। वही एकजुट के संबंध में कहां की जेल में सब एकजुट तो है लेकिन सब परेशान है सब मजबूर हैं साथ होकर भी सब मजबूर हैं।