[Team insider] झारखंड राज्य में कोविड-19 के बाद लगभग 2 वर्षों के बाद सभी स्कूलों को खोला गया है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के सुरक्षा के मापदंडों को अपनाते हुए राज्य के सभी विद्यालयों को 7 मार्च से पूरी तरह से संचालित किया जा रहा है। लंबी अवधि तक विद्यालय बंद रहने के कारण विद्यालयों की आधारभूत संरचनाओं को फिर से क्रियाशील करने की जरूरत है।
30 मार्च तक सभी विद्यालयों में चलाया जाएगा अभियान
शिक्षकों और बच्चों को स्वच्छता और साफ-सफाई पर विशेष प्रशिक्षण की जरूरत महसूस की जा रही है। इन्हीं समस्याओं के निदान के लिए विद्यालय स्तर पर स्कूली शिक्षा, साक्षरता विभाग और यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से स्वच्छ विद्यालय स्वच्छ बच्चे अभियान 2022 का शुभारंभ गुरुवार को किया गया। इस अभियान के माध्यम से विद्यालयों को सुरक्षित और सुव्यवस्थित करने का प्रयास किया जा रहा है। यह अभियान 30 मार्च तक सभी विद्यालयों में चलाया जाएगा।
35000 विद्यालयों को सुव्यवस्थित करने में करेगा सहयोग
राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हरी झंडी दिखाकर इस अभियान की शुरुआत की इसके तहत 263 प्रखंडों में एक स्वच्छता प्रचार वाहन चलाया जाएगा, जो अगले 45 कार्य दिवस तक कार्यक्रम से संबंधित प्रचार प्रसार करते हुए सभी 35000 विद्यालयों को सुव्यवस्थित करने में सहयोग करेगा। इसके द्वारा स्वच्छता संबंधी गतिविधियों में विद्यालयों को तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाएगा। साथ ही विद्यालयों में क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे की छोटी-मोटी मरम्मति के कार्य में ऑन द स्पॉट सहयोग किया जाएगा। इस वाहन में एक राज मिस्त्री एक पलंबर और एक स्वच्छता विशेषज्ञ उपलब्ध रहेंगे जो सभी कार्यों को करेंगे।