[Team insider] प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों से राष्ट्रहित में पेट्रोलियम उत्पादों पर से घटाकर आम आदमी को राहत देने की अपील की है। लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसाए 6 महीने पहले जिन 26 राज्यों ने वैट घटाया है। उनमें से 7 राज्यों में पेट्रोल पर वैट 25 प्रतिशत से ज्यादा है। लेकिन झारखंड राज्य के लिए अच्छी बात यह है कि यहां वैठ कम किए बिना ही 25 प्रतिशत से भी कम सरकार वैट वसूल रही है।
पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य वृद्धि के लिए केंद्र सरकार जिम्मेवार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से बातचीत में विपक्ष शासित राज्यों का जिक्र करते हुए पेट्रोल डीजल की वैट दर कम ना करने को जनता के साथ अन्याय करार दिया है। इस बयान के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है बैठक में शामिल राज्य के स्वास्थ्य मंत्री कुमार गुप्ता ने सीधे इसे राजनीतिक बयान करार दिया है। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य वृद्धि के निर्धारण के लिए केंद्र सरकार की जिम्मेवारी बनती है। लेकिन केंद्र सरकार के द्वारा अलग-अलग राज्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है।
वहीं झारखंड में पेट्रोल पर राज्य सरकार का टैक्स 19.95 रुपए प्रति लीटर है। रांची में पेट्रोल और डीजल पर स्टेट सेस के साथ-साथ 22-22 प्रतिशत वैट लग रहा है। इस प्रकार राज्य सरकार पेट्रोल में टैक्स के रूप में कुल 19.96 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर कुल 18.99 रूपए प्रति लीटर टैक्स ले रही है।
पेट्रोल प्रति लीटर
बेसिक प्राइस, सेंट्रल एक्साइज,ट्रांसपोर्टेशन, ऑयल कंपनी मार्जिन-85.20
स्टेट सेस- 1 रुपया
वेट 22 प्रतिशत- 18.96 रुपया वैट
डीलर मार्जिन,एलएफ़आर- 3.55
कुल 108.71 रुपये प्रति लीटर
डीजल प्रति लीटर
बेसिक प्राइस, सेंट्रल एक्साइज,ट्रांसपोर्टेशन, ऑयल कंपनी मार्जिन-80.77
स्टेट सेस-1 वैट 22 प्रतिशत 17.99 रुपये
डीलर मार्जिन,एलएफआर- 2.26
कुल 102.02 रुपये प्रति लीटर
हालांकि पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों की वजह से आम जनता परेशान है। वही कांग्रेस पार्टी के विधायक ने बढ़ती कीमत को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
ऐसे में जिन राज्यों ने पेट्रोलियम पदार्थों में वैट घटाया है। उन राज्यों से भी कम प्रतिशत झारखंड में वैट के रूप में लिया जा रहा हैं। अब राज्य सरकार बढ़ती कीमत के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराते हुए पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग कर रहा है। ताकि आम जनता को राहत मिल सके।