[Team insider] हजारीबाग जिले के बरही थाना क्षेत्र में प्रतिमा विसर्जन के दौरान रूपेश कुमार पांडे नामक युवक की हत्या के बाद अब यह मामला राजनीतिक रंग पकड़ने लगा है। लगातार लोग रूपेश पांडे हत्यारों को कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। वहीं एबीवीपी द्वारा लगातार इस मुद्दे को लेकर झारखंड के कई जिलों में प्रदर्शन किया जा रहा है।
कई संगठन के लोग परिजन से कर रहे हैं भेंट
कई राजनीतिक और सामाजिक संगठन के लोग शोक संतप्त परिजनों से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं। वहीं इस मामले में झारखंड की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी इस मामले को लेकर सरकार को लागातार घेर रही ही है। सुबे के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी पूरे काफिले के साथ रूपेश कुमार पांडे के घर पहुंचे और उन पर पुष्प अर्पित कर उनके श्रद्धांजलि दी थी।
विधायक मनीष जायसवाल ने डिजिटली विरोध जताया
वहीं हजारीबाग जिले के सदर विधायक मनीष जायसवाल ने भी सरकार और समाज का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराने के लिए डिजिटली विरोध जताया। उन्होंने अपने फेसबुक और ट्विटर अकाउंट से घटना का पुरजोर विरोध करते हुए पीड़ित युवक की तस्वीर के साथ #जस्टिस फॉर रितेश पांडे लिखकर अपना प्रोफाइल डीपी चेंज किया है। वहीं ट्विटर पर #जस्टिस फॉर रूपेश पांडे नाम के हत्या आरोपियों को तक की तत्काल गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को न्याय के लिए एक मुहिम छेड़ी है। इसमें इस मुहिम के शुरू होते हैं ट्रेंडिंग ट्वीट का दौर शुरू हो गया और सैकड़ों लोगों लोग इस मुहिम में जोड़कर इंसाफ की गुहार लगाने लगे।
चार जिलों में इंटरनेट सेवा कर दिया गया था बंद
पिछले रविवार को सरस्वती प्रतिमा के विसर्जन जुलूस दौरान हजारीबाग जिले के बरही लखना दुलमहा में दो समुदाय से जुड़े युवकों के बीच झड़प हुईं थी जिसमें युवक रूपेश पांडेय(18) की पिटाई से मौत हो गई थी। वहीं इस मामले में राज्य सरकार की ओर एहतियात के तौर पर चार जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया था। जिससे किसी तरह की कोई अफवाह न फैले।
अब तक चार लोगों पर एफआईआर दर्ज
बता दें अब तक इस मामले में अब तक चार लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है और यह जानकारी अधिकारियों की तरफ से दी गई है। वहीं उन्होंने बताया कि यही हिंसा के बाद फर्जी खबर फैलाने के मामले में अब तक 15 लोगों को नोटिस जारी किया गया है और उन्हें पुलिस के सामने पेश होने के लिए नोटिस भेजा गया है।
अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी
हजारीबाग के पुलिस अधिकारी पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे का कहना है कि 6 फरवरी को रूपेश पाठ 17 साल के रितेश पांडे के साथ मारपीट गई की गई थी। इसकी वजह से उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि घटना का सरस्वती पूजा विसर्जन से कोई लेना देना नहीं है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्या केस दर्ज कर अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
अब तक 27 लोगों को किया गया नामजद
वहीं एसपी ने बताया है कि पीड़ित चाचा के तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत में कुल 27 लोगों को नामजद किया गया। एफआईआर के मुताबिक मोबाइल की दुकान में पर काम करने वाला रुपेश पांडे सरस्वती विसर्जन देखने जा रहा था। उसी दौरान मोहम्मद असलम नाम के युवक ने उसे भीड़ की तरफ खींच लिया और उसे जमकर पीटा। जिसके बाद उसे तुरंत बड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएगा लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
एफआईआर में यह भी कहा गया है कि पीड़ित के चाचा अनिल कुमार ने दावा किया कि उनके भतीजे को एक समुदाय के लोगों ने पीट-पीटकर मार दिया गया है। पंचायत के मुखिया के पति मोहम्मद असलम के साथ 26 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है । सभी के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत किया गया है। अब तक 27 नामजद में से सिर्फ पांच कि गिरफ्तार किया गया है इसे लोगों में इस बात से लोगों में काफी नाराजगी है।
रूपेश की माँ ने कहा, “बच्चा पकड़ कर ले गया”
वहीं मृतक की माँ ने बताया, “मेरा बेटा दुकान पर रहता था। 9 बजे घर से जाता था। खाना खाने 2 बजे आया। फिर साढ़े तीन बजे यहाँ से गया। साढ़े 5 बजे खबर आ गया कि आपका बेटा वहाँ बेहोश पड़ा हुआ है। मियाँ के बच्चा पकड़ कर ले गया। वहाँ जान से मार दिया। पप्पू मियाँ मारा है। पुलिस छानबीन अब तक नहीं कर पाई है।”