[Team Insider] झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष रहे प्रदीप बलमुचु और सुखदेव भगत ने आखिरकार सोमवार को घर वापसी कर ली है। कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे के समक्ष वह फिर से ‘हाथ’ के साथ आ गए हैं। इस दौरान प्रदीप बलमुचु और सुखदेव भगत ने कहा कि उनके डीएनए में कांग्रेस है। सुखदेव भगत ने कहा कि पीढ़ी दर पीढ़ी उनका परिवार कांग्रेसी रहा है।उनकी जब भी शव यात्रा निकलेगी। तो वह कांग्रेस के झंडे से लिपटी ही निकलेगी। वही प्रदीप बालमुचु ने कहा है कि उनसे गलती हुई थी। पार्टी छोड़ने के बाद ही कांग्रेस की कमी महसूस हुई। ऐसी गलती उनसे दोबारा नहीं होगी।
हमें अपने परिवार से बिछड़ने का दर्द पता चला: प्रदीप बलमुचु
प्रदीप बलमुचु ने कहा कि जब हम पार्टी में थे तो हमें कांग्रेस परिवार का उतना महत्व समझ में नहीं आता था, लेकिन जब 2 साल के वनवास के जिंदगी गुजारे हैं। उस समय हमें अपने परिवार के बिछड़ने का दर्द पता चला। यह महसूस होता था कि हमारे परिवार कांग्रेस के लोग आखिर हमसे नहीं मिल रहे हैं या हमसे बातचीत नहीं कर रहे हैं। झारखंड प्रदेश को प्रभारी कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे के नेतृत्व में आज पुन: हम कांग्रेस पार्टी में फिर से शामिल हो गए हैं। हमसे गलतियां हुई है, लेकिन अब निश्चित रूप से हम आगे हम इसके साथ जुड़े रहेंगे और विश्वास दिलाते हैं कि पार्टी को मजबूत कर करने में प्रयास करेंगे और निश्चित रूप से हम हम से ऐसी गलतियां फिर दोबारा नहीं होगी। अब राजनीतिक से राजनीतिक से छोड़कर जाएंगे तो इसी पार्टी से जाएंगे।
मेरे रोम रोम में कांग्रेस है : सुखदेव भगत
वहीं सुखदेव भगत ने कहा मैंने एक राजनीतिक भूल की थी जो आज मुझे सुधारने का मौका मिला है। कांग्रेस पार्टी ने मुझे परिवार की तरह माफ किया। हम पर विश्वास किया। मेरे रोम रोम में कांग्रेस है। विश्वास दिलाना चाहूंगा कि मेरी जब भी शव यात्रा भी निकलेगी तो कांग्रेस का ही वस्त्र रहेगा। पूरी निष्ठा के साथ अपने पार्टी में कार्य करता रहूंगा। मुझे आत्मग्लानि हुई है, मेरा दायित्व बनता है कि मैं निष्ठा के साथ पार्टी में कार्य करुंगा।