नई दिल्ली: भारत ने झेलम नदी के पानी को पूरी तरह से रोकने की तैयारी की है, जिससे पाकिस्तान के 24 शहरों में गंभीर जल संकट पैदा होने की आशंका है। रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत उठाया जा रहा है, जो भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा आतंकवादी शिविरों के खिलाफ चलाए गए सैन्य अभियान का हिस्सा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि झेलम नदी का पानी रोकने से पाकिस्तान में हाहाकार मच सकता है, क्योंकि यह नदी पाकिस्तान के लिए जल आपूर्ति का एक प्रमुख स्रोत है। इस कदम को “युद्ध के खिलाफ आतंक” के व्यापक संदर्भ में देखा जा रहा है, जहां जल संसाधनों को रणनीतिक रूप से नियंत्रित किया जा रहा है।
पाकिस्तान पर एक और “वाटर स्ट्राइक” की तैयारी के बीच, भारतीय सेना और वायु सेना की भूमिका को रेखांकित किया गया है। ऐतिहासिक रूप से, जल विवाद और सैन्य कार्रवाइयों (जैसे 1965 का दूसरा कश्मीर युद्ध और 1999 का कारगिल संघर्ष) ने इस क्षेत्र में जल को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने का पैटर्न दिखाया है। भारतीय वायु सेना की रणनीतिक महत्व को भी इस संदर्भ में उजागर किया गया है।
यह विकास भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है, जहां जल संसाधनों का नियंत्रण एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। इंडिया टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, इस कदम से पाकिस्तान में जल संकट गहरा सकता है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।