नई दिल्ली : राहुल गांधी के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर दिए गए बयान पर सियासी घमासान तेज हो गया है। केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। नड्डा ने राहुल गांधी के उस बयान की कड़ी निंदा की, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को “आत्मसमर्पण” करार दिया था। नड्डा ने इसे भारतीय सेना, देश और 140 करोड़ भारतीयों का अपमान बताया।
जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक के बाद एक कई पोस्ट किए, जिसमें उन्होंने कहा, “राहुल गांधी, आपने भले ही आत्मसमर्पण कर दिया हो, आपकी पार्टी ने भले ही आत्मसमर्पण कर दिया हो, आपके नेताओं ने भले ही आत्मसमर्पण कर दिया हो क्योंकि आपका इतिहास ऐसा ही रहा है, लेकिन भारत कभी आत्मसमर्पण नहीं करता। आत्मसमर्पण आपकी पार्टी कांग्रेस की डिक्शनरी में है, आपके DNA में है।”
नड्डा ने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की घोषणा किसी भाजपा प्रवक्ता ने नहीं, बल्कि भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने की थी। उन्होंने इसे भारतीय सेना की बहादुरी और पराक्रम का प्रतीक बताया। नड्डा ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान की ओर से भी ऐसी बात कही गई होती, तो उसे हंसी का पात्र समझा जाता, लेकिन राहुल गांधी का यह बयान निंदनीय है।
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 8 मई 2025 को शुरू किया गया एक सटीक सैन्य अभियान था, जिसके तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 11 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इस अभियान में 150 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया और 9 को जिंदा पकड़ा गया। भारतीय सेना ने इसे एक बड़ी सफलता करार दिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भोपाल में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम समझौते पर सवाल उठाए थे। गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर “आत्मसमर्पण” किया। इसके अलावा, 17 मई 2025 को राहुल गांधी ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया था कि ऑपरेशन सिंदूर से पहले पाकिस्तान को इसकी जानकारी दी गई थी, जिसे उन्होंने “अपराध” करार दिया। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों का खंडन करते हुए स्पष्ट किया था कि पाकिस्तान को ऑपरेशन शुरू होने के बाद सूचित किया गया था, पहले नहीं।
जेपी नड्डा ने राहुल गांधी के बयान के जवाब में कांग्रेस पार्टी के इतिहास को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आत्मसमर्पण की नीति अपनाई है, चाहे वह शर्म अल-शेख हो, शिमला समझौता हो, हाजी पीर दर्रा हो या 1971 के युद्ध के बाद का समय हो। नड्डा ने कहा, “राहुल गांधी को अपनी पार्टी की सरकारों के कार्यकाल याद करने चाहिए, जब आपने बार-बार आत्मसमर्पण किया।”
राहुल गांधी और जेपी नड्डा के बीच यह तीखी बयानबाजी भारतीय सेना की वीरता और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर एक बड़े सियासी विवाद में तब्दील हो गई है। जहां बीजेपी इसे सेना का अपमान बता रही है, वहीं कांग्रेस सरकार की रणनीति पर सवाल उठा रही है। इस मुद्दे पर दोनों पार्टियों के बीच तकरार और गहराने की संभावना है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकियों को करारा जवाब दिया। इस अभियान को लेकर सेना और सरकार ने एकजुटता दिखाई, लेकिन राहुल गांधी के बयान ने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे दिया है।
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब देश में राष्ट्रीय सुरक्षा और सेना की भूमिका को लेकर बहस एक बार फिर गरमाई हुई है। देखना होगा कि इस सियासी जंग का अगला मोड़ क्या होता है।