बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। हर दल अपने प्रत्याशियों के समर्थन में जोरदार प्रचार कर रहा है। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने गुरुवार को बिहार में कई जनसभाओं को संबोधित किया। औरंगाबाद के गोह और वैशाली के पातेपुर में आयोजित रैलियों में उन्होंने महागठबंधन और खासतौर पर आरजेडी (RJD) पर जमकर हमला बोला।
जेपी नड्डा ने अपने भाषण में तेजस्वी यादव और उनके पिता लालू प्रसाद यादव पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि “लालू यादव का ‘जंगलराज’ वापस लाने की कोशिश हो रही है। जब RJD की सरकार थी, तब बिहार में अफसर सुरक्षित नहीं थे, आम जनता भय के साए में जीती थी। पुलिस अधिकारी तक को अपराधी पीटते थे और सरकार मूकदर्शक बनी रहती थी।”
नड्डा ने आरजेडी को निशाने पर लेते हुए सिवान के कुख्यात बाहुबली शहाबुद्दीन का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि “शहाबुद्दीन ने दिनदहाड़े एक एसपी को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। अब उसी शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को टिकट देकर लालू यादव ने यह साबित कर दिया है कि वे बिहार में जंगलराज को वापस लाना चाहते हैं।”
उन्होंने तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “आज तेजस्वी पलायन की बात करते हैं, लेकिन उन्हें अपने माता-पिता के शासनकाल को याद करना चाहिए, जब पलायन उद्योग बन गया था। उस वक्त शाम तीन बजे के बाद लोग घर से बाहर निकलने से डरते थे। अपहरण, लूट, हत्या और रंगदारी बिहार की पहचान बन चुकी थी।”
बिहार चुनाव के बीच कांग्रेस ने किया बड़ा फेरबदल.. अल्लावरु की विदाई, शर्मा को मिली नई जिम्मेदारी
जेपी नड्डा ने अपने संबोधन में कहा कि “मैंने बिहार में 20 साल बिताए हैं। मैंने वो दौर देखा है जब IAS अधिकारियों तक के परिवार सुरक्षित नहीं थे। डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, व्यापारी सब बिहार छोड़ने पर मजबूर थे। लेकिन आज का बिहार बदल चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास की पटरी पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।”
वैशाली के पातेपुर में उन्होंने कहा कि “विकास एनडीए के साथ है और विनाश महागठबंधन के साथ। मोदी सरकार ने बिहार के रेल बजट को 10 गुना बढ़ा दिया है। आज बिहार से 26 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण हो रहा है, नई ट्रेनों की शुरुआत हो रही है, और त्योहारों के समय 12 हजार विशेष ट्रेनें बिहार की जनता के लिए लगाई जा रही हैं।”
अपने भाषण के अंत में नड्डा ने RJD का नया मतलब बताते हुए कहा — “RJD का अर्थ है: रंगदारी, जंगलराज और दादागिरी। जो लोग नौकरी के बदले जमीन मांगते हैं, जो महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर सकते, वे विकास नहीं ला सकते। बिहार अब उस दौर में वापस नहीं जाएगा। जनता का फैसला साफ है — एनडीए के साथ विकास, महागठबंधन के साथ विनाश।”






















