रांची: पिछले सात माह से जेपीएससी के अध्यक्ष पर रिक्त होने के कारण कई नियुक्ति प्रक्रिया बाधित है। बता दें 22 अगस्त 2024 को डॉ नीलिमा केरकेट्टा रिटायर हो गयीं थी तब से आयोग बिना अध्यक्ष के ही संचालित हो रहा है। जेपीएससी अध्यक्ष का पद खाली होने के कारण 1700 से अधिक नियुक्ति प्रक्रिया अटकी पड़ी है। मालूम हो कि जेपीएससी अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के लिए हाइ्रकोट ने भी निदेर्श दिए है बावजूद इसके अब तक जेपीएससी पद पर नियुक्ति नहीं हो सकी है। वहीं झारखंड लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष नहीं होने से 11वीं जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी और फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर बहाली नहीं हो सकी है।
कोई अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा देकर उसके रिजल्ट का इंतजार कर रहा है तो कोई मेंस परीक्षा के बाद इंटरव्यू की तारीख के इंतजार में बैठा हुआ है। जबकि हाईकोर्ट ने भी सरकार को जल्द अध्यक्ष पद नियुक्ति करने को कहा था। बताते चलें 11वीं से 13वीं सिविल सेवा परीक्षा के लिए कुल 342 पदों पर जून 2024 में नियुक्ति परीक्षा ली गयी थी। आयोग ने कहा था कि अगस्त महीने में रिजल्ट घोषित कर लिया जाएगा।
इसके बाद इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट की जांच की जाएगी। लेकिन अध्यक्ष नहीं होने से अब तक इस परीक्षा पर ग्रहण लगा हुआ है। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के 64 पदों पर प्रारंभिक परीक्ष ली गयी थी लेकिन इस परीक्षा का रिजल्ट भी जारी नहीं किया जा सका है। साल 2023 में फूड सेफ्टी ऑफिसर के 56 पदों पर बहली के लिए विज्ञापन आए थे। साल 2024 में इसकी परीक्षा ली गयी, लेकिन इसके बाद प्रक्रिया आगे बढ़ी ही नहीं फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर के पदों की बहाली के लिए आवेदन ली जा चुकी है लेकिन परीक्षा आयोजित नहीं हुई है। इसके अलावा विश्वविद्यालय अधिकारी के 24, मेडिकल ऑफिसर 256 होम्योपैथी डॉक्टर के 167, आयुर्वेदिक डॉक्टर के 207, मेडिकल कॉलेज शिक्षक के 44 समेत कई अन्य खाली पड़े हैं। इसके अलावा जेट परीक्षा का आयोजन होना भी बाकी है।