भारत की सुरक्षा एजेंसियों को एक गंभीर जासूसी नेटवर्क का पता चला है, जिसमें एक भारतीय महिला ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra) के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ कथित संबंध उजागर हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ज्योति ने 2023 में पाकिस्तान की यात्रा की थी, जहां उसकी मुलाकात पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई। इस मुलाकात के बाद दानिश ने ज्योति की पहचान ISI से जुड़े एजेंट अली अहसान और शाकिर उर्फ राणा शहबाज से कराई। शहबाज का नाम ज्योति ने अपने फोन में ‘जट्ट रंधावा’ के नाम से सेव किया हुआ था। हिसार पुलिस ने शनिवार को ज्योति को कोर्ट में पेश किया, जहां पुलिस को 5 दिन की रिमांड मिल गई।
ज्योति ने WhatsApp, Telegram और Snapchat जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप्स के माध्यम से पाकिस्तान से जुड़े एजेंटों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखा। सिर्फ संपर्क ही नहीं, वह भारत विरोधी प्रचार में भी शामिल थी और उसने कई संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान को साझा की थीं। रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि वह पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के साथ बाली, इंडोनेशिया की यात्रा भी कर चुकी है, जिससे उसके रिश्ते की गहराई का अंदाजा लगाया जा सकता है।
भारत सरकार ने 13 मई 2025 को एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश को Persona Non Grata घोषित किया और भारत छोड़ने का निर्देश जारी किया। दूसरी ओर, ज्योति को सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अब यह स्पष्ट हो रहा है कि ज्योति का उपयोग पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ प्रचार, सायबर जासूसी और दुष्प्रचार फैलाने के लिए किया जा रहा था।