बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज़ है और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने अपने अंदाज़ में सियासी माहौल को गर्म कर दिया है। कन्हैया बुधवार को कदवा विधानसभा क्षेत्र के बालियाबेलोन पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी शकील अहमद खान के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया। उनके भाषण में जोश भी था और जनता से सीधा संवाद भी — उन्होंने साफ कहा कि “अब वक्त है अपने हक के इस्तेमाल का, क्योंकि सरकार बनाना आपके हाथ में है।”
कन्हैया ने अपनी बेबाक शैली में मौजूदा एनडीए सरकार पर भ्रष्टाचार और असमानता को लेकर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि चोरी यहां खुलेआम नहीं, बल्कि “SIR” और अलग-अलग तरीकों से छुपकर की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस बार चुनाव में “अपने बारे में सोचिए”, क्योंकि पिछले 20 साल से जो सरकार सत्ता में है, वह “अब सड़ चुकी है और दुर्गंध मार रही है, इसे हटाने का वक्त आ गया है।”
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कांग्रेस नेता ने याद दिलाया कि कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसने देश को आजादी दिलाई, आरक्षण का अधिकार दिया और सबको बराबरी का हक सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ऐसा भारत बनाया जहां हर धर्म, हर तबका समान रूप से सम्मानित है।
कन्हैया ने अपनी बात को आम जनता के जीवन से जोड़ते हुए कहा कि “हर कोई अपने बच्चे के लिए सोचता है — नेता का बच्चा नेता, डॉक्टर का बच्चा डॉक्टर बनना चाहता है। तो आपको भी अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।” उन्होंने बिहार की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि लोग रोज़गार, दवाई और रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए पलायन करने को मजबूर हैं, महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है।
“जमीन का सर्वे नहीं, जमीन कब्जाने की साज़िश”
जमीन सर्वे पर सवाल उठाते हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि यह सर्वे किसानों और गरीबों के हित में नहीं, बल्कि “अपने दोस्तों को जमीन देने की साज़िश” है। उन्होंने कहा, “ये कोई असली सर्वे नहीं है, ये जमीन खोजने का काम है ताकि उसे अपने खास लोगों को सौंपा जा सके।”
वक्फ बोर्ड और NDA पर निशाना
मीडिया से बातचीत में वक्फ बिल पर उन्होंने स्पष्ट रुख जताया। कहा कि “तेजस्वी यादव ने जो कहा है, वो करेंगे। कांग्रेस पार्टी ने वक्फ बिल का विरोध किया है, हमारे सांसद डॉक्टर जावेद इस कमिटी मेंबर भी रहे हैं। कांग्रेस अंदर और बाहर दोनों जगह विरोध कर रही है क्योंकि सरकार लोगों के अधिकार छीनना चाहती है।” एनडीए के घोषणापत्र (Manifesto) पर भी उन्होंने तंज कसा। बोले, “20 साल में जो काम किया है, पहले वही दिखाइए, फिर नया वादा कीजिए।”






















