बिहार की राजनीति में बयानबाजी का दौर अपने चरम पर है। इस बार कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान को लेकर तीखी टिप्पणी कर दी है। उन्होंने चिराग पर तंज कसते हुए कहा कि “मूर्खों की राय और गरीब की हाय, इससे बचना चाहिए।”
कन्हैया कुमार ने अपने बयान में कहा कि हमसे कोई क्यों डरेगा? हम डराने वाले लोग नहीं हैं। मेरे पिता कोई मंत्री या मुख्यमंत्री नहीं थे। हजारों करोड़ का साम्राज्य नहीं छोड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई अपराधी, आतंकवादी होता, तो सरकार उसे पकड़कर जेल में डालती, लेकिन सरकार हमें बॉडीगार्ड देकर बिहार में घुमा रही है। उनका यह बयान सीधे-सीधे चिराग पासवान और उनके समर्थकों पर एक तीखा हमला माना जा रहा है।
चिराग बनाम कन्हैया: राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता तेज़
चिराग पासवान और कन्हैया कुमार, दोनों ही युवा नेता हैं और बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। कन्हैया ने अपने बयान में यह भी साफ किया कि उनकी पदयात्रा सिर्फ प्रचार का साधन नहीं है, बल्कि बिहार के विकास से जुड़ी एक गंभीर पहल है। उन्होंने प्रशांत किशोर की यात्रा पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि यह जरूरी नहीं कि कौन पहले मुद्दा उठाता है, बल्कि जरूरी यह है कि इस समस्या का समाधान कब होता है।