दरभंगा जिले की कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट Kusheshwarsthan Vidhansabha Election 2025 (निर्वाचन क्षेत्र संख्या 78) बिहार की उन महत्वपूर्ण सीटों में गिनी जाती है, जहां का चुनावी गणित पूरे मिथिलांचल की राजनीति को प्रभावित करता है। 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई यह आरक्षित सीट जेडीयू और राजद के बीच राजनीतिक रस्साकशी का केंद्र रही है। फिलहाल यहां जेडीयू के अमन भूषण हजारी विधायक हैं, जो दिवंगत शशिभूषण हजारी के पुत्र हैं।
चुनावी इतिहास
साल 2010 के चुनाव में शशिभूषण हजारी ने एलजेपी प्रत्याशी रामचंद्र पासवान को शिकस्त दी थी। 2015 में महागठबंधन के हिस्से के रूप में वे जेडीयू के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे और जीत दर्ज की। 2020 में भी उन्होंने जीत हासिल की, लेकिन उनके निधन के बाद 2021 में हुए उपचुनाव में बेटे अमन भूषण हजारी ने इस राजनीतिक विरासत को संभालते हुए राजद के उम्मीदवार गणेश भारती को 1200 वोटों से पराजित किया। उस चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी की पूनम कुमारी को 9.79 फीसदी वोट मिले और वे तीसरे स्थान पर रहीं।
जातीय समीकरण
कुशेश्वरस्थान विधानसभा का जातीय समीकरण यहां की राजनीति की सबसे अहम कुंजी है। यादव और मुस्लिम समुदाय मिलकर यहां का निर्णायक वोट बैंक बनाते हैं। साथ ही मुसहर जाति की भी बड़ी संख्या इस सीट पर असर डालती है। इसके अलावा पासवान, ब्राह्मण, राजपूत, कुर्मी, रविदास और अन्य पिछड़ी जातियां भी संतुलन बनाने में अहम भूमिका निभाती हैं। यही वजह है कि हर दल अपने प्रत्याशी चयन में इन जातीय समीकरणों को ध्यान में रखता है।
Mahishi Vidhansabha: गफूर का गढ़, बदलते समीकरण और 2025 की चुनौती
2020 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल 2,50,786 मतदाताओं में से 1,36,481 ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था, जो लगभग 54.42% मतदान प्रतिशत रहा। यह आंकड़ा साफ करता है कि मतदाता सहभागिता में अभी भी सुधार की गुंजाइश है और यही किसी भी दल के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
कुशेश्वरस्थान विधानसभा में आने वाले चुनाव सिर्फ उम्मीदवारों की लोकप्रियता पर नहीं बल्कि जातीय गणित, संगठन की मजबूती और मतदाताओं की भागीदारी पर भी निर्भर करेंगे। यहां के मतदाता अक्सर राष्ट्रीय मुद्दों से ज्यादा स्थानीय समस्याओं और जातीय प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता देते हैं। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि कुशेश्वरस्थान की जंग एक बार फिर समीकरण और रणनीति का संगम साबित होगी।






















