12 अक्टूबर को पूर्व विधायक ललन पासवान ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। आज उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर अपने इस्तीफे के कारणों को बताया। इस दौरान उन्होंने जदयू पर जमकर हमला बोला। राजद और जदयू के गठबंधन को लेकर उन्होंने आपत्ति जताई। ललन पासवान ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को अपने निशाने पर लिया है।
राजद में हो जाएगा जदयू का विलय
ललन पासवान ने कहा कि जिस लालू के आतंक राज के खिलाफ जनता ने संघर्ष करके नीतीश कुमार को ताज पहनाया, उसे ललन सिंह जैसे चाटुकार मैनेजर के कहने पर नीतीश कुमार ने उस ताज को लालू-राबड़ी परिवार के चरणों पर समर्पित कर दिया है। नीतीश कुमार आज ललन सिंह के सामने लाचार व बेवस है।जदयू आज राजनीतिक कार्यकर्ताओं की नहीं बल्कि बाहर आए संजय झा, विजय कुमार चौधरी, और अशोक चौधरी जैसे मैनेजर, दरबारी और ठेकेदारों की पार्टी बनकर रह गई है। जो भी कार्यकर्त्ता पार्टी बैठकों में कुछ बोलने की कोशिश करता है तो उसकी राजनीतिक जीभ कट ली जाती है। चाटुकारों, चमचों और खुश्मादी अफसरों ने पार्टी को रसातल में पहुंचा दिया है। इस लोगों ने पार्टी के ऐसी दयनीय स्थिति बना दी है कि आज हो या कुछ दिनों के बाद जदयू का राजद में विलय तय है