केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह आज पटना पहुंचे। एयरपोर्ट पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिमंडल को विभिन्न देशों के दौरे पर भेजने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने इसे एक “राष्ट्रहित का कदम” बताया और कहा कि “यह बहुत अच्छी बात है, यह राष्ट्र के मुद्दे की बात है, सभी दल एक साथ हैं और पूरा देश एकजुट है।
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उन्होंने कहा कि वैश्विक मंचों पर भारत की एकजुटता दिखाना और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को उजागर करना समय की मांग है। सभी दलों का साथ आना लोकतंत्र की ताकत है और इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति और मजबूत होगी। यह प्रतिनिधिमंडल जहां-जहां जाएगा, वहां बताएगा कि किस प्रकार पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है।
मुर्शिदाबाद हिंसा पर TMC पर हमला
कोलकाता हाई कोर्ट द्वारा पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेताओं की संलिप्तता पर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए ललन सिंह ने कहा, “यह अच्छी बात है, इससे वहां की सरकार की आंखें खुलनी चाहिए। सब कुछ सामने आ गया है। आप समझिए कि अगर किसी राज्य के सत्ताधारी दल के नेता हिंसक घटनाओं में शामिल पाए जाते हैं, तो यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है।
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उन्होंने यह भी कहा कि न्यायपालिका की सख्ती और पारदर्शिता से जनता के बीच विश्वास बढ़ता है और यह सरकारों के लिए चेतावनी की तरह काम करती है। वहीं जब पत्रकारों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नालंदा दौरे और ‘अति पिछड़ा-पिछड़ा सम्मेलन’ को लेकर सवाल किया, तो ललन सिंह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से परहेज किया।