कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ आज सासाराम से शुरू होगी। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पटना से सासाराम वोट अधिकार यात्रा में शामिल होने के लिए रवाना हो चुके हैं। वहीं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी दिल्ली में अपने आवास से निकल चुके हैं। राहुल गाँधी के वोट अधिकारी यात्रा में होंगे शामिल लालू प्रसाद यादव के आवास के बाहर से वोट अधिकार यात्रा की एक बड़ी बस भी यात्रा के लिए निकल चुकी है।

वोटर अधिकार यात्रा पर RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा, “वोट का अधिकार है और हम लोकतंत्र को मिटने नहीं देंगे। लोकतंत्र को बचाने के लिए हम लोगों ने बहुत सारी कुर्बानियां दी हैं। आगे भी करते रहेंगे। मिटने नहीं देंगे। राजद नेता मनोज झा ने मतदाता अधिकार यात्रा पर कहा, “चुनाव आयोग अंपायर नहीं, खिलाड़ी बन गया है। कल चुनाव आयोग ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने हमें पहले नहीं बताया। आप सुनते कहां हैं? ये(मतदाता अधिकार यात्रा) जो बिहार से शुरू हुआ अलग-अलग राज्यों में होगा क्योंकि मतदाताओं का उन लोगों से विश्वास उठ गया है जो इतने महत्वपूर्ण निकायों में नियुक्तियां करते हैं।”
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा, “…राहुल गांधी भारत की जनता की आवाज़ बनने के लिए 10,000 किलोमीटर पैदल चले हैं, वे युवाओं की बात करते हैं। राहुल गांधी संविधान की रक्षा के लिए निकले हैं, वे राजनीतिक फायदा-नुकसान के लिए नहीं निकले हैं। राहुल गांधी नफ़रत मिटाने, चुनाव आयोग की लूट रोकने, किसानों के कल्याण और युवाओं के रोज़गार के लिए निकले हैं…”
यात्रा से पहले तेजस्वी यादव का बड़ा हमला.. चुनाव आयोग और बीजेपी पर लगाया लोकतंत्र कुचलने का आरोप
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने मतदाता अधिकार यात्रा निकालने पर कहा, “बात चुनाव से बढ़कर है। जब वोट का अधिकार कोई चोरी कर लेगा तो चुनाव क्या रहेंगे? देश को नुकसान से बचाना है। पूरे देश के गरीब पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक, दलित सबको नुकसान है…हमारे गठबंधन के तमाम साथी यात्रा में शामिल हो रहे हैं। पूरे रास्ते भर हम लोगों से संवाद स्थापित करेंगे।”
वोटर अधिकार यात्रा पर कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा, “संदेश राहुल गांधी पहले दिन से दे चुके हैं। वोट चोरी जो हो रही है उसे रोकना होगा। वोट अधिकार रैली का एक ही मकसद है 1 वोट के अधिकार को बचाना। अभी तक चुनाव आयोग पूरी तरह से केंद्र के दबाव में फैसले नहीं दे रहा था। राहुल गांधी ने एक ही विधानसभा में फर्जी मतदाता पकड़े उसके बावजूद भी गलती मानने के बजाय सफाई दे रहे हैं… जिस दिन ये यात्रा शुरू हो रही है उसी दिन चुनाव आयोग प्रेस वार्ता कर रहा है। चुनाव आयोग को पता है कि ये यात्रा उनके लिए भारी पड़ने वाली है।”






















