राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के संस्थापक लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को एक बड़ा और अप्रत्याशित कदम उठाते हुए अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार दोनों से निष्कासित कर दिया। यह निर्णय खुद लालू यादव ने एक विवादस्पद लेकिन सुस्पष्ट ट्वीट के माध्यम से सार्वजनिक किया, जिसमें उन्होंने नैतिक मूल्यों, सार्वजनिक आचरण और पारिवारिक मर्यादा की दुहाई दी।
लालू यादव का ट्वीट: परिवार और पार्टी से बाहर
“निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है… उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूँ।”
इस ट्वीट के साथ लालू यादव ने स्पष्ट कर दिया कि तेज प्रताप अब पार्टी में किसी भी भूमिका में नहीं रहेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी अनुशासन और लोकलाज की रक्षा करना RJD के लिए सर्वोपरि है।
बीते कुछ समय से तेज प्रताप यादव लगातार विवादों में घिरे रहे हैं — कभी सार्वजनिक बयानबाजी, कभी आपत्तिजनक भाषा, और हाल ही में एक विवादास्पद रिलेशनशिप का खुलासा, जिसने पार्टी की छवि को नुकसान पहुँचाया।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय लालू यादव द्वारा RJD की नैतिक विश्वसनीयता को बचाए रखने की एक कोशिश है। यह राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव निकट हैं और पार्टी छवि सुधार के अभियान में जुटी है।