राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाईकोर्ट से एक बड़ा झटका लगा है। अदालत ने चारा घोटाला मामले में सीबीआई की उस याचिका को स्वीकार कर लिया है, जिसमें लालू यादव और अन्य आरोपियों की सजा बढ़ाने की मांग की गई थी।
चारा घोटाला केस: क्या है पूरा मामला?
यह मामला देवघर कोषागार से अवैध रूप से धन की निकासी से जुड़ा है, जिसे बिहार का सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला माना जाता है। निचली अदालत ने लालू यादव, बेक जूलियस और सुधीर कुमार भट्टाचार्य को साढ़े तीन साल की सजा सुनाई थी। हालांकि, सीबीआई का मानना है कि यह सजा अपराध की गंभीरता के अनुरूप नहीं है और इसलिए उसने हाईकोर्ट में सजा बढ़ाने की मांग की थी।
इस बीच, बिहार में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और RJD के तेजस्वी यादव ने मिलकर बिहार बंद का आयोजन किया। इस दौरान कई स्थानों पर ट्रेनों को रोका गया, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि लालू यादव के खिलाफ कोर्ट का यह फैसला बिहार की राजनीति को प्रभावित कर सकता है, खासकर आगामी चुनावों को लेकर।