फादर्स डे पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का देसी अंदाज देखने को मिला। दरअसल, अभी गर्मियों की छुट्टियों में सभी बच्चे अपने नाना (लालू यादव) के घर आये हुए हैं। रोहिणी आचार्य लगातार वीडियो शेयर कर बच्चों और लालू यादव के बीच की बॉन्डिंग दिखा रही हैं। कभी वह बच्चों को सत्तू खिला रहे हैं तो कभी गोद में बैठाकर प्यार लुटा रहे हैं। इस बार फादर्स डे पर लालू ने ना केवल अपने बच्चों और नाती-नातिनों के साथ समय बिताया, बल्कि एक अनोखा “सत्तू वाला आशीर्वाद” देकर सबको चौंका दिया।
बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा ने लालू यादव का किया पुतला दहन..
लालू यादव, जिन्हें बिहार की जनता उनके देसी अंदाज और हाजिरजवाबी के लिए जानती है। सुबह-सुबह घर के आंगन में एक बड़ा सा मेज सजा था, जिस पर सत्तू से भरी एक बड़ी परात रखी थी। लालू ने अपने नाती-नातिनों को बुलाया और हंसते हुए कहा, “आज फादर्स डे है, और तुम्हारे नाना का आशीर्वाद भी देसी होगा। सत्तू खाओ, ताकत पाओ, और बिहार की मिट्टी की खुशबू को कभी न भूलो!” बच्चों की आंखों में उत्साह था, और वे लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करने लगे।
रोहिणी आचार्य ने इसका वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि हम नन्हे – मुन्हों के सबसे अच्छे सच्चे दोस्त हमारे नाना
उनके राजदुलारे हैं हम, सबसे प्यारे , सबसे न्यारे हमारे नाना
खूब कहानियाँ सुनाते नाना, सबसे अनूठे हमारे नाना
हम सबों का ख्याल रखते हमारे नाना
दिल से बिल्कुल ही हम जैसे हमारे नाना
आप जिएं हजारों साल नाना
न आइसक्रीम , न कैंडी, न चॉकलेट , न टॉफ़ी , न मिठाई
नाना जी का सत्तू ही सबसे ज्यादा पसंद है बाल – मंडली को भाई
एक और वीडियो में लालू यादव बच्चों पर प्यार लुटा रहे हैं। रोहिणी आचार्य ने लिखा- नटखटों की टोली को आलिंगन में लेकर नाना सारे जहान का लाड़ – प्यार – दुलार और आशीर्वाद समेट कर उड़ेल देते .. तभी तो नाना सबको भाते , छुट्टियों में सब नाना के पास दौड़े चले आते …
फादर्स डे पर लालू का अनोखा अंदाज
लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती, जो इस मौके पर अपने बच्चों के साथ वहां मौजूद थीं, ने हंसते हुए बताया, “पापा हमेशा कुछ नया करते हैं। सत्तू बिहार की शान है, और पापा का यह तरीका बच्चों को अपनी जड़ों से जोड़े रखने का है।” लालू ने एक-एक कर अपने नाती-नातिनों को सत्तू का लड्डू खिलाया और उनके माथे पर हल्का सा सत्तू का टीका लगाया। यह दृश्य इतना आत्मीय था कि वहां मौजूद हर शख्स मुस्कुरा उठा।
घर में मौजूद राबड़ी देवी भी इस पल को देखकर भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, “लालू जी ने हमेशा परिवार और समाज को साथ लेकर चलने की कोशिश की है। आज बच्चों के साथ उनका यह अंदाज देखकर पुराने दिन याद आ गए, जब वे गांव में बच्चों को सत्तू और गुड़ खिलाते थे।” लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव, जो इस दौरान वहां मौजूद थे, ने सोशल मीडिया पर इस पल की तस्वीर साझा की और लिखा, “पापा का प्यार और देसी अंदाज अनमोल है। सत्तू वाला आशीर्वाद सिर्फ खाना नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति का प्रतीक है।”