सावन मास का आज आखिरी सोमवार है। साथ ही आज ही के दिन रक्षाबंधन का पर्व और सत्यनारायण की कथा भी होगी। मंदिरों को इस मौके पर खूब सजाया गया है। सुबह 4 बजे से ही मंदिरों के कपाट खुल गए। आखिरी दिन होने से जिन लोगों ने सावन मास में रुद्राभिषेक नहीं करवाया वे लोग रुद्राभिषेक करवाएंगे। वहीं रक्षाबंधन का पर्व भी आज ही मनाया जाएगा।
श्रावण की पूर्णिमा काफी महत्वपूर्ण तिथि है। चन्द्रमा इस दिन संपूर्ण और काफी पवित्र होता है। यह सावन का अंतिम दिन है। इस दिन भी शिव कृपा से तमाम वरदान पाए जा सकते हैं। सावन का अंतिम सोमवार बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन भगवान शिव की उपासना और कृपा से तमाम वरदान पाए जा सकते हैं। इस दिन विशेष प्रयोग करके बेहतरीन स्वास्थ्य, अपार प्रेम और धन पाया जा सकती है।
राखी बांधने का शुभ मुहुर्त का समय सुबह 9:45 से 10:52 तक उसके बाद दोपहर 12:50 से 3:10 तक है। हालांकि लोग अपनी सुविधानुसार सारा दिन यह पर्व मनाएंगे। जिन लोगों ने श्रावण मास में व्रत रखे हैं, वे लोग आज उद्यापन कर अपना व्रत खोलेंगे। इसके अलावा सत्यनारायण की कथा का पाठ भी होगा।