बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल जैसे-जैसे गर्म हो रहा है, राजनीतिक दलों के भीतर हलचलें तेज होती जा रही हैं। इसी कड़ी में मधुबनी जिले की चर्चित लौकहा विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) को झटका देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का दामन थाम लिया। उनका यह कदम न केवल स्थानीय राजनीति बल्कि पूरे मधुबनी क्षेत्र में राजनीतिक समीकरणों को बदल सकता है।

लक्ष्मेश्वर राय, जो नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री रह चुके हैं, ने इस्तीफे के पीछे JDU के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा पर मनमानी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “अब पार्टी में नीतीश कुमार नहीं, बल्कि संजय झा सब कुछ चला रहे हैं। मुख्यमंत्री किनारे कर दिए गए हैं और कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं होती।”
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खास बात यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल के दो महीनों में लौकहा क्षेत्र का दो बार दौरा किया, जिससे यह संकेत मिल रहा था कि यह सीट उनकी प्राथमिकता में है। बताया जाता है कि पूर्व मंत्री हरि साह की प्रतिमा अनावरण के मौके पर ही लक्ष्मेश्वर राय ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि यदि उन्हें लौकहा से टिकट नहीं मिला, तो वे राजद का रुख करेंगे — और आखिरकार वही हुआ।
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बता दें कि लौकहा सीट पर 2020 के विधानसभा चुनाव में लक्ष्मेश्वर राय को RJD उम्मीदवार भारत भूषण मंडल ने महज 1007 मतों से हराया था। उस समय हार की वजह लोजपा का वोट विभाजन माना गया था। लेकिन अब परिदृश्य बदल चुका है — क्योंकि चिराग पासवान की LJP (रामविलास) अब NDA का हिस्सा है। ऐसे में इस बार RJD में शामिल हुए लक्ष्मेश्वर राय का दावा और मजबूत हो सकता है।






















