पटना: बिहार की राजधानी पटना एक ऐतिहासिक उपलब्धि का गवाह बना, जब लॉ प्रेप ट्यूटोरियल ने भारतीय संविधान की दुनिया की सबसे बड़ी प्रस्तावना (Preamble) तैयार कर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया। इस उपलब्धि ने न केवल राज्य, बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित कर दिया है।
संस्थान की ओर से बनाई गई यह अद्भुत कलाकृति पूरी तरह प्राकृतिक रंगों का उपयोग करते हुए एक विशाल कैनवास पर रची गई है। इसे 18 घंटे की अथक मेहनत से तैयार किया गया, जिसमें लॉ प्रेप के अनेक छात्रों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
लॉ प्रेप के निदेशक अभिषेक गुंजन और शालिनी के नेतृत्व में इस परियोजना को साकार किया गया। उन्होंने बताया कि पेंटिंग के लिए हल्दी, चुकंदर, कार्बन और विभिन्न फूलों से तैयार प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया गया, ताकि सांस्कृतिक विरासत के प्रति सम्मान और प्रकृति के संरक्षण का संदेश भी दिया जा सके।
अभिषेक गुंजन ने कहा कि भारतीय संविधान की प्रस्तावना हमारे लोकतंत्र और मूलभूत अधिकारों का सार है। इसे इतने भव्य रूप में प्रस्तुत करना हमारे छात्रों के लिए न केवल एक कला परियोजना थी, बल्कि देशभक्ति का एक अद्भुत अनुभव भी रहा।
इस अभूतपूर्व पहल ने न केवल छात्रों में रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया, बल्कि उन्हें संविधान के महत्व और उसकी भावना को भी गहराई से समझने का अवसर प्रदान किया।
पूरे राज्य में लॉ समुदाय और शैक्षणिक जगत में इस उपलब्धि को लेकर हर्ष और गर्व का माहौल है। लॉ प्रेप ट्यूटोरियल की इस कोशिश ने साबित कर दिया है कि सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और जागरूकता फैलाने के क्षेत्र में युवा भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।