RANCHI: शहर के प्राइवेट स्कूलों में नई शिक्षा नीति के नए सत्र से कई बदलाव किए जाएंगे। इसको लेकर स्कूलों में तैयारी शुरू कर दी गई है। स्कूल के टीचर्स को नए करिकुलम के आधार पर पढ़ाई के बारे में बताने के लिए कई कैपिसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम किए जा रहे है। इसके लिए बोर्ड की ओर से भी गाइडलाइन जारी की जा रही है। ताकि नई शिक्षा नीति को लागू किया जा सके। इस प्रोग्राम के तहत प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को 10 दिन बैग लेकर जाने की जरूरत नहीं होगी। इस दौरान स्कूलों में एक्टिविटी की मदद से उन्हें पढ़ाया जाएगा। इसके तहत लर्निंग बाई डूइंग किसी भी चीज को कर के सीखना, आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग यानि कला के विभिन्न माध्यमों को जोड़कर सिखाना, स्थानीय भाषा की पढ़ाई के अलावा वोकेशनल विषयों की पढ़ाई पर जोर दिया जाएगा।
अपनी मातृभाषा में भी पढ़ाई कर सकेंगे
सरला बिरला स्कूल की प्रिंसिपल परमजीत कौर ने बताया न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत नए सत्र में लर्निंग आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग एक्टीविटी बेस्ड एक्सपीरियंस बेस्ड लर्निंग पर विशेष फोकस किया जाएगा। प्री प्राइमरी क्लास में स्कूल के मीडियम के अलावा अपनी मातृभाषा में भी पढ़ाई कर सकेंगे। नए करिकुलम के अनुसार छोटे बच्चों को जादुई पिटारा, एनसीईआरटी द्वारा तैयार किट के माध्यम से बच्चों को खेल-खेल में सिखाया जाएगा। इसके अलावा लोकल विषयों पर भी जोर दिया जाएगा। लोकल हीरो के बारे में पढ़ाया जाएगा। क्लास आठवीं तक नए वोकेशनल विषयों की पढ़ाई कराई जाएगी। इसमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, डिजायन थिंकिंग, होलिस्टिक हेल्प, डेटा साइंस, ऑर्गेनिक लिविंग मशीन लर्निंग शामिल हैं।
एनईपी लागू होने पर नहीं होगा 10वीं बोर्ड
सहोदया के चेयरमैन समरजीत जाना ने बताया कि अभी तक सीबीएसई की ओर से जो जानकारी हमलोगों तक आई है। उसके अनुसार आने वाले समय में 12वीं की पढ़ाई चार ‘सेक्शन में बटी होगी। फाउंडेशन स्टेज में नर्सरी से क्लास दो तक यानी पांच साल की पढ़ाई होगी। दूसरा प्रिपरेटरी स्टेज होगा, जिसमें क्लास तीन से पांच तक की पढ़ाई होगी। मिडिल स्टेज में क्लास 6 से तक की पढ़ाई होगी। इसके बाद पूरी तरह से एनईपी के तहत विभिन्न एक्टीविटी लागू हो जाएगी तो 10वीं का बोर्ड नहीं होगा। एक बोर्ड 12वीं में देना होगा। हालांकि इसको लेकर बोर्ड की ओर से अभी कोई सूचना नहीं मिली है।