होली रंगों और गुलाल का त्यौहार है। वहीं इस बार की होली (Holi) थोड़ी कन्फ्यूजन भरी है, कई लोग इसे 18 मार्च को मनाने वाले है तो वहीं दूसरें 19 मार्च को रंगों का त्यौहार मानना चाहते है। हालांकि कोई भी त्यौहार बिना मिठाइयों के अधूरी है। यह तो सबको पता ही है की होली पर लोग खूब मिठाइयां खाते हैं। वहीं इस खास मौके पर हर घर में कई तरह के मीठे पकवान बनते हैं। जिसे देख सभी का मन ललचा जाता है लेकिन मधुमेह के मरिजों के लिए यह बड़ी आफत की बात है। उन्हें मिठाइयों से परहेज रखने कि हिदायत दी जाती है क्योंकि मीठा खाने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है। जिसके कारण लोगों के सेहत को नुकसान हो सकता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए
बता दें कि डायबिटीज के मरीजों को कुछ भी खाने से पहले बहुत सोचना पड़ता है। मगर होली में मीठा खाने से परहेज करवाना काफी मुश्किल हो जाता है ऐसे में हमें अपने खाने-पीने की मीठी चीजों की जगह कुछ ऐसे पदार्थों का चयन करना चाहिए, जो मधुमेह वाले लोग भी आसानी से ग्रहण कर सकें और उससे उनकी सेहत को नुकसान भी ना हो।
होली के दिन ठंडाई जरुरी
पुराने समय से होली के दिन ठंडाई पीने की परंपरा है। जो की डायबिटीज के मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसके विकल्प के रूप में हम आपको कुछ हेल्दी ड्रिंक्स के बारे में बताते है, जिसे आप घर में आसानी से बना कर उसका लुफ्त उठा सकते हैं। साथ ही यह शुगर के मरीजों के लिए भी सुरक्षित है क्योंकि इससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के साथ अन्य लाभ उठाए जा सकते हैं।
गाजर-चुकंदर कांजी
बात करें कांजी की तो यह एक ऐसा पेय पदार्थ है, जो कि हर जगह बड़ी आसानी से मिलता है। आप इसे अलग अलग तरीकों और सामग्रियों के साथ बना सकते है। वहीं अगर आप मधुमेह के मरीज है तो आपको इस बार चुकंदर-गाजर की कांजी एक बार जरुर ट्राई करनी चाहिए। यह एक प्रोबायोटिक के रूप में काम करता है। यह हमारी आंतों को साफ करता है , पाचन को सुधारता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। साथ ही यह हमारे ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी काफी मदद करता है। इसका स्वाद में जितना ही टेस्टी है, बनाने में उतना ही आसान। इसे बनाने के लिए सबसे पहले चुकंदर और गाजर को पानी में उबाल लें। उसके बाद इसमें अपने अनुसार राई पावडर, नमक और लाल मिर्च पावडर डालें। इसे एक दिन के लिए धूप में रख दें। उसके बाद इसका सेवन करें।
धनिये का पानी
धनिया शुगर कंट्रोल करने में बहुत सहायक होता है। चाहे आप हरे धनिये खाए या साबुत धनिये के बीज को प्रयोग में लाए। बता दें कि हरे धनिये की पत्तियों का पानी रक्त में इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रण में रखता है। वहीं धनिया में एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं। साथ ही इसमें पाया जाने वाला एथेनॉल ब्लड शुगर को कम करने में कारगर होता है। धनिया पानी बनना बहुत सरल है। इसके लिए केवल हरी धनिया की पत्तियों या बीज को रातभर पानी में भिगो दें। और इस पानी को सुबह खाली पेट छानकर पी लें। इससे आपका ब्लड शुगर लेवल तेजी से नियंत्रित हो सकेगा।
बादाम-दूध और शहद वाली ठंडाई
मधुमेह के मरीजों का ब्लड शुगर बढ़ना ठीक नहीं है। लोग अक्सर मौज-मस्ती के चक्कर में चीनी से बनी ठंडाई पीते है और अपनी सेहत खराब कर लेते है। आप भी यह गलती ना दोहराए, इसलिए चलिए इसे थोड़ा हेल्दी बनाया जाए। इस ठंडाई में आप चीनी की बजाय शहद या गुड़ का प्रयोग करें। वहीं नॉर्मल दूध के जगह बादाम के दूध का इस्तेमाल करें। बता दें की बादाम के दूध में प्रोटीन और विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही आप अपने ठंडाई में खसखस भी मिक्स कर सकते है। ऐसे ही हो जाएगी आपकी हेल्दी ठंडाई तैयार।
Disclaimer: हमारा लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। हम कोई भी दवा या इलाज का विकल्प नहीं देते। हमेशा अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें।