8 मार्च 2024 को मनाई जाने वाली महाशिवरात्रि इस बार चार शुभ योगों के साथ आ रही है, जो इसे शिव भक्तों के लिए अत्यंत विशेष बनाता है। इन शुभ योगों के प्रभाव से भगवान शिव की पूजा और भी फलदायी होगी।
चार शुभ योग:
- सर्वार्थ सिद्धि योग: यह योग शुभ कार्यों को करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस योग में की गई पूजा, मंत्र जाप और अन्य कार्य सफलता प्रदान करते हैं।
- शिव योग: यह योग भगवान शिव की पूजा के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इस योग में भगवान शिव की कृपा प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है।
- सिद्ध योग: यह योग भी शुभ कार्यों को करने के लिए अनुकूल माना जाता है। इस योग में किए गए कार्य सिद्ध होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- श्रवण नक्षत्र: यह नक्षत्र भगवान शिव को अति प्रिय माना जाता है। इस नक्षत्र में की गई पूजा विशेष फलदायी होती है।
महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्त:
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- निशिता पूजा मुहूर्त: 12:07 बजे से 12:56 बजे तक
- दिन में पूजा का समय: ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 5:01 बजे) से प्रारंभ
- फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि: 8 मार्च रात 9:57 बजे से 9 मार्च शाम 06:17 तक
- महाशिवरात्रि निशिता पूजा मुहूर्त: 8 मार्च रात 12:07 बजे से 12:56 बजे तक
- दिन में महाशिवरात्रि की पूजा का समय: ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:01 से प्रारंभ
- सर्वार्थ सिद्धि योग: 8 मार्च सुबह 6:38 बजे से सुबह 10:41 बजे तक
महाशिवरात्रि के दिन किये जाने वाले कार्य
- व्रत रखें: महाशिवरात्रि पर व्रत रखना अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है।
- भगवान शिव का अभिषेक करें: आप दूध, जल, पंचामृत आदि से भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं।
- महाशिवरात्रि की कथा सुनें: महाशिवरात्रि की कथा सुनने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
- ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें: यह मंत्र भगवान शिव को प्रिय है।
- भगवान शिव को भोग लगाएं: आप भगवान शिव को फल, फूल, मिठाई आदि भोग लगा सकते हैं।