इस बार नया साल एक अद्भुत और दुर्लभ ज्योतिषीय संयोग के साथ शुरू हो रहा है। 31 दिसंबर 2024 को शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि पर त्रिपुष्कर योग का निर्माण हो रहा है, जो 1 जनवरी 2025 तक प्रभावी रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार, यह संयोग शुभ कर्मों का तीन गुना फल प्रदान करने वाला है और सभी राशियों के लिए बेहद सकारात्मक साबित होगा।
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त्रिपुष्कर योग का महत्व
त्रिपुष्कर योग को अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दौरान किए गए शुभ कार्यों, जैसे नई शुरुआत, निवेश, या धार्मिक अनुष्ठान, का लाभ सामान्य समय से तीन गुना अधिक मिलता है। यह योग विशेष रूप से उन लोगों के लिए फलदायी है जो करियर, व्यवसाय या निजी जीवन में सफलता की उम्मीद कर रहे हैं।
ग्रहों की स्थिति बनाएगी दिन को खास
इस शुभ दिन को और भी विशेष बनाने के लिए ग्रहों की स्थिति भी अनुकूल है।
- शुक्र ग्रह, जो विलासिता और सौंदर्य का प्रतीक है, अपने मित्र ग्रह शनि की राशि कुंभ में उच्च स्थिति में है।
- शनि ग्रह, अपनी स्वग्रही राशि कुंभ में स्थित है, जो स्थिरता और अनुशासन का द्योतक है।
इन ग्रहों का यह संयोजन सभी राशियों के लिए सकारात्मक प्रभाव लेकर आएगा और नए साल को शानदार शुरुआत देने का संकेत देता है।
राशियों पर प्रभाव
ज्योतिषीय विशेषज्ञों के अनुसार, त्रिपुष्कर योग और ग्रहों की यह स्थिति सभी राशियों पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी।
- मेष, सिंह, और धनु: करियर और व्यवसाय में उन्नति।
- वृषभ, कन्या, और मकर: आर्थिक लाभ और निवेश के लिए शुभ समय।
- मिथुन, तुला, और कुंभ: व्यक्तिगत संबंधों और स्वास्थ्य में सुधार।
- कर्क, वृश्चिक, और मीन: आध्यात्मिक उन्नति और आत्मविश्वास में वृद्धि।
क्या करें इस शुभ अवसर पर?
त्रिपुष्कर योग का पूरा लाभ उठाने के लिए ज्योतिषी कुछ विशेष उपाय सुझाते हैं:
- धार्मिक अनुष्ठान: नए साल की शुरुआत किसी धार्मिक अनुष्ठान या दान-पुण्य से करें।
- महत्वपूर्ण निर्णय: संपत्ति खरीदने, नई परियोजनाओं की शुरुआत, या निवेश के लिए यह समय उत्तम है।
- आभार व्यक्त करें: अपने परिवार और प्रियजनों के साथ समय बिताकर साल की सकारात्मक शुरुआत करें।