ध्वनि प्रदूषण (Noise pollution) आजकल के दौर की सबसे बड़ी समस्या है। यह प्रदूषण एक अदृश्य खतरे के समान है क्योंकि इसके परिणाम साफ तौर पर दिखाई नहीं देते जिसके कारण हम इसे अक्सर अनदेखा कर देते है। यह केवल इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि सभी जीव जंतुओं के लिए खतरा है। साथ ही यह केवल ज़मीनी सतह तक ही नहीं सिमित है बल्कि यह समुद्र के निचे भी मौजूद है।
ध्वनि प्रदूषण बनता है बिमारियों की वजह
बता दें कि ध्वनि प्रदूषण के कुछ मुख्य कारण है जैसे यातायात ध्वनि, हवाई यातायात और किसी निर्माण स्थल का शोर| वहीं आजकल के आधुनिक जीवन में लोगों की दिनचर्या काफी व्यस्ततम है। जहां एक तरफ लोग रात में ज्यादा जागते है| वहीं दूसरी तरफ युवाओं का तेज़ संगीत अक्सर बुजुर्गो, कमज़ोर दिल वालो और जिव जन्तुओ पर भारी पड़ता है। बता दें कि ध्वनि प्रदूषण कई तरीको से हमे प्रभावित कर सकता है। जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत, उच्च रक्तचाप, बहरापन, हर्ट अटेक और सिरदर्द जैसी बीमारीयों की शिकायत हो सकती है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार यह है सीमा
डब्ल्यूएचओ के अनुसार अनुमेय शोर स्तर की सीमा 55 डीबी (डेसीबल) है। हालाकिं 70 dBA और उससे कम की ध्वनि को सुरक्षित माना जाता है | जबकि 85 dBA या उससे अधिक ध्वनि हमें नुकसान भी पंहुचा सकती है, जिससे हमारे बहरे होने के भी आसार बढ़ जाते है| ध्वनि प्रदूषण नियमों के अंतर्गत सुबह के वक्त ओद्योगिक क्षेत्र में अनुमेय सीमा 75 डीबी और रात में 70 डीबी होती है। वहीं वाणिज्यिक क्षेत्रों में दिन के वक्त 65 डीबी और रात में 55 डीबी होती है। आवासीय क्षेत्रों में दिन और रात के दौरान 55 डीबी और 45 डीबी होती है।
पुरे दुनिया में फैला है प्रभाव
ढाका 119 dB के साथ पुरे विश्व में ध्वनि प्रदूषण मामले में पहले स्थान पर है, वहीं भारत का मुरादाबाद शहर (114 dB ) दूसरें स्थान पर है| भारत के और भी शहर है जैसे कोलकाता और आसनसोल जो की 89 dB के साथ सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल है| दुनिया के 15 सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषण वाले देशों में चीन, बंगलादेश, भारत और पाकिस्तान शामिल है। जो दर्शाता है कि दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदुषण है।
भारत के यह शहर शामिल है हिट लिस्ट में
वहीं उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद, आसनसोल और कोलकाता शहर, ध्वनि प्रदूषण में भारत में सबसे उच्चे स्थान पर है। मुंबई और दिल्ली भी ध्वनि प्रदुषण में आगे है। चेन्नई को भी सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदुषण फ़ैलाने वाला महानगर कहा जाता है| साथ ही हैदराबाद, लखनऊ और बेंगलुरु भी भारत में सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदूषण फ़ैलाने वाले शहर माने जाते है। वहीं इस आधुनिक दौर के इस युग में ध्वनि प्रदूषण को रोकना एक बहुत बड़ी चुनौती है। वहीं सरकार के कई सारे नियमों को लागु करने के बावजूद भी विगत वर्षों में ध्वनि प्रदूषण में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।