ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है। राहु एक सर्प का सिर है और केतु एक सर्प का धड़ है। ये दोनों ग्रह हमेशा वक्री गति से चलते हैं। राहु 84 वर्षों में एक राशि को पूर्ण करता है, जबकि केतु 72 वर्षों में एक राशि को पूर्ण करता है।
राहु मेष राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर कर रहा है। राहु मीन राशि में 18 महीने तक रहेगा। केतु भी कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में गोचर कर रहा है। केतु तुला राशि में 18 महीने तक रहेगा।
राहु के मीन राशि में गोचर का प्रभाव
राहु मीन राशि में प्रवेश करके अपने मित्र ग्रह गुरु के साथ युति बना रहा है। इस कारण से राहु का प्रभाव शुभ होगा। मीन राशि में राहु के गोचर का प्रभाव निम्नलिखित राशियों पर पड़ेगा:
मेष राशि:
मेष राशि वालों के लिए राहु का मीन राशि में गोचर शुभ होगा। इस दौरान आपको नौकरी या व्यापार में सफलता मिलेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति रहेगी।
सिंह राशि:
सिंह राशि वालों के लिए भी राहु का मीन राशि में गोचर शुभ होगा। इस दौरान आपको करियर में तरक्की मिलेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। प्रेम जीवन में सफलता मिलेगी।
कन्या राशि:
कन्या राशि वालों के लिए राहु का मीन राशि में गोचर शुभ होगा। इस दौरान आपको नौकरी या व्यापार में सफलता मिलेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा।
तुला राशि:
तुला राशि वालों के लिए राहु का मीन राशि में गोचर शुभ होगा। इस दौरान आपको नौकरी या व्यापार में सफलता मिलेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। प्रेम जीवन में सफलता मिलेगी।
वृश्चिक राशि:
वृश्चिक राशि वालों के लिए राहु का मीन राशि में गोचर शुभ होगा। इस दौरान आपको करियर में तरक्की मिलेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। प्रेम जीवन में सफलता मिलेगी।
केतु के कन्या राशि में गोचर का प्रभाव
केतु कन्या राशि में प्रवेश करके अपने शत्रु ग्रह बुध के साथ युति बना रहा है। इस कारण से केतु का प्रभाव अशुभ होगा। कन्या राशि में केतु के गोचर का प्रभाव निम्नलिखित राशियों पर पड़ेगा
मेष राशि:
मेष राशि वालों के लिए केतु का कन्या राशि में गोचर अशुभ होगा। इस दौरान आपको नौकरी या व्यापार में परेशानी हो सकती है। आर्थिक स्थिति में गिरावट आ सकती है। पारिवारिक जीवन में तनाव हो सकता है।
सिंह राशि:
सिंह राशि वालों के लिए भी केतु का कन्या राशि में गोचर अशुभ होगा। इस दौरान आपको करियर में परेशानी हो सकती है। आर्थिक स्थिति में गिरावट आ सकती है। स्वास्थ्य में परेशानी हो सकती है।
कन्या राशि:
कन्या राशि वालों के लिए केतु का कन्या राशि में गोचर अशुभ होगा। इस दौरान आपको नौकरी या व्यापार में परेशानी हो सकती है। आर्थिक स्थिति में गिरावट आ सकती है। स्वास्थ्य में परेशानी हो सकती है।
तुला राशि:
तुला राशि वालों के लिए केतु का कन्या राशि में गोचर अशुभ होगा। इस दौरान आपको नौकरी या व्यापार में परेशानी हो सकती है। आर्थिक स्थिति में गिरावट आ सकती है। प्रेम जीवन में परेशानी हो सकती है।
वृश्चिक राशि:
वृश्चिक राशि वालों के लिए केतु का कन्या राशि में गोचर अशुभ होगा। इस दौरान आपको करियर में परेशानी हो सकती है। आर्थिक स्थिति में गिरावट आ सकती है। स्वास्थ्य में परेशानी हो सकती है।
राहु और केतु के गोचर का प्रभाव व्यक्ति की जन्म कुंडली पर निर्भर करता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु शुभ स्थान पर स्थित हों तो उनका प्रभाव शुभ होगा। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु अशुभ स्थान पर स्थित हों तो उनका प्रभाव अशुभ होगा।