नई दिल्ली,: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से 30 पाकिस्तानी पोस्ट से भारतीय सेना की चौकियों पर भारी फायरिंग की गई है। इस हमले में छोटे हथियारों का इस्तेमाल किया गया, जिसके बाद भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की। यह घटना 2 मई 2025 को सुबह 7:05 बजे (IST) के आसपास की है।
यह फायरिंग हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में हुई है, जिसमें 22 अप्रैल 2025 को 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इस हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। पहलगाम हमले के बाद भारत ने कई कड़े कदम उठाए, जिसमें अटारी-वाघा सीमा पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी को सीमित करना और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए SAARC वीजा छूट योजना को निलंबित करना शामिल है। इसके अलावा, भारत ने सिंधु जल संधि को भी निलंबित कर दिया और दोनों देशों के उच्चायोगों में राजनयिक कर्मचारियों की संख्या कम कर दी।
नियंत्रण रेखा पर यह ताजा फायरिंग कोई नई घटना नहीं है। इससे पहले फरवरी 2025 में भी पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले में LoC पर एक भारतीय पोस्ट पर छोटे हथियारों से हमला किया था, जिसका भारत ने जवाब दिया था। हालांकि, उस घटना में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था। लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए दोनों देश हाई अलर्ट पर हैं। पाकिस्तान ने अरब सागर के ऊपर नो-फ्लाई जोन घोषित किया है, जिसे एक संभावित मिसाइल परीक्षण से जोड़ा जा रहा है।
पहलगाम हमले के बाद लंदन में भारतीय समुदाय और डायस्पोरा ने पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने हमले की निंदा की और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की। वैश्विक स्तर पर भी इस तनाव को लेकर चिंता बढ़ रही है। दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों की मौजूदगी के कारण यह तनाव एक बड़े सैन्य संघर्ष का रूप ले सकता है। ग्लोबल कंफ्लिक्ट ट्रैकर (CFR) के अनुसार, यह 2019 के बाद से दोनों देशों के बीच सबसे बड़ा टकराव है।
भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर को लेकर विवाद 1947 के विभाजन से चला आ रहा है। 1972 के शिमला समझौते के तहत नियंत्रण रेखा स्थापित की गई थी, लेकिन यह क्षेत्र लगातार तनाव का केंद्र बना हुआ है। 1998 में दोनों देशों द्वारा परमाणु परीक्षणों के बाद इस संघर्ष ने और खतरनाक रूप ले लिया। 1999 के कारगिल युद्ध में भी पाकिस्तानी सेना ने LoC पार कर कश्मीर के कारगिल क्षेत्र में कब्जा करने की कोशिश की थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति बन गई थी।
विश्लेषकों का मानना है कि अगर दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए तत्काल कूटनीतिक कदम नहीं उठाए गए, तो स्थिति और बिगड़ सकती है। भारत ने पहले ही कई सख्त कदम उठाए हैं, लेकिन पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे हमले और उकसावे की कार्रवाइयां शांति की संभावनाओं को कमजोर कर रही हैं। इस बीच, भारतीय सेना LoC पर पूरी तरह से मुस्तैद है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
इस घटनाक्रम पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें टिकी हुई हैं, और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की जा रही है।