[Team Insider] लोहरदगा जिला के पेशरार थाना क्षेत्र और लातेहार सीमा पर बुलबुल जंगल में की जबरदस्त घेराबंदी कर झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ ने 12 दिनों के ऑपरेशन डबल बुल के समापन की घोषणा भले ही कर दी हैं।लेकिन उनका सर्च अभियान अभी भी जारी है। वही इस मुठभेड़ के बीच बच निकला 5 लाख इनामी नक्सली सुदर्शन भैया उर्फ़ नंद किशोर भारती को लातेहार से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
3 नक्सली के गिरफ्तारी की सूचना
वहीं सूचना यह भी है कि पांच लाख इनामी सब जोनल कमांडर सहित तीन नक्सली को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनकी निशानदेही पर अभियान चलाया जा रहा है। गिरफ्तार नक्सली सुदर्शन भुइयां उर्फ नंद किशोर भारती चतरा जिला के प्रतापपुर थाना अंतर्गत नैया कला गांव का रहने वाला है। इसके खिलाफ 22 मामले कई थानों में दर्ज वही पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
रविंद्र गंझू पुलिस के रडार पर
वहीं कुख्यात नक्सली पंद्रह लाख का इनामी रविंद्र गंझू पुलिस के रडार पर है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के काफी करीब है। जानकारी के अनुसार बुलबुल जंगल में जब पुलिस ने घेराबंदी बढ़ाई तो कुछ नक्सली ग्रामीणों के भेष में वहां से निकलने में सफल रहे थे। हालांकि पुलिस के अधिकारी इससे इंकार किया हैं। उनका कहना हैं कि कोई नक्सली बाहर नही निकल सका हैं। जबकि अभियान में शामिल जवान और पदाधिकारी अब भी क्षेत्र में डटे हुए हैं।
डीजीपी ने दिए निर्देश
राज्य के डीजीपी नीरज सिन्हा के निर्देश पर आईजी अभियान एवी होमकर और एसटीएफ डीआईजी अनूप बिरथरे ने इस मसले पर बैठक भी की है। लातेहार और लोहरदगा एसपी के अलावा सीमावर्ती जिलों के एसपी के साथ बातचीत कर नक्सलियों की गिरफ्तारी को लेकर ऑपरेशन चलाने का प्लान तैयार किया गया है।
मुठभेड़ से भाग निकला था सुदर्शन
8 फरवरी से 21 फरवरी तक नक्सलियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया। जिसमें 9 नक्सलियों की गिरफ्तारी भी की गई है। जबकि एक नक्सली मारा गया था।वहीं पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल से लगभग 3 किलोमीटर उत्तर पहाड़ के नीचे नक्सलियों के साथ 13 फरवरी को मुठभेड़ हुई थी। जिसमें सुदर्शन वहां से भाग निकला था।