2024 के लोकसभा चुनाव में पूरा जोर दो ही खेमों पर है, जिसमें एक खेमा नरेंद्र मोदी की पीएम पद पर हैट्रिक लगाना चाहता है। तो दूसरा खेमा हर हाल में केंद्र से भाजपा की सरकार को हटाना चाहता है। दोनों में कौन जीतेगा, यह तो अगले साल पता चलेगा। लेकिन माहौल बनाने की कोशिश उससे पहले ही करनी है, जो हो भी रही है। हालांकि सत्ता में बैठा खेमा बिखराव जैसा व्यवहार नहीं कर रहा है। लेकिन विपक्ष में बैठे दलों के न दिल मिल रहे हैं और न ही विचार। छोटी-बड़ी बातों पर बयानबाजी और गठबंधन छोड़कर भागने की अफवाहें सरेआम हैं। वैसे विपक्ष के लिए खुशखबरी यह है कि मौजूदा परिस्थिति से स्थिति थोड़ी भी बेहतर हुई तो वो मोदी सरकार की हैट्रिक को रोक पाने में सफल हो सकता। यह खुलासा एक मीडिया कंपनी के सर्वे में हुआ है कि मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार NDA और I.N.D.I.A. के बीच का गैप ऐसा है कि आने वाले वक्त में कुछ भी हो सकता है।
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मोदी के लिए खतरे की घंटी?
लोकसभा चुनाव में NDA और I.N.D.I.A. के बीच का टकराव तो तय है। लेकिन यह टकराव मौजूदा स्थिति में मोदी सरकार के लिए खतरे की घंटी के रूप में दिख रहा है। सर्वे के अनुसार NDA और I.N.D.I.A. के बीच का वोट प्रतिशत कम हो सकता है। हालांकि सर्वे में अभी भी वह स्थिति है कि सरकार एनडीए की ही बनेगी लेकिन वोट प्रतिशत का कम अंतर और चुनाव में छह माह से अधिक का वक्त नई संभावनाओं को भी जन्म दे रहा है।
एनडीए का घट रहा वोट प्रतिशत
सर्वे के अनुसार 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 42.60 प्रतिशत वोट मिलते दिख रहे हैं। वहीं I.N.D.I.A. का वोट शेयर 40.20 फीसदी दिख रहा है। अगर 2019 की बात करें तो एनडीए को 45% वोट मिले थे, जिसमें अकेले 37% वोट भाजपा को मिले थे। जबकि कांग्रेस को महज 19 फीसदी वोट मिले थे। यूपीए का वोट शेयर लगभग 30 फीसदी था।

NDA की सीटें भी घटेंगी
2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए की जीत जबरदस्त रही थी। एनडीए को कुल 353 सीटें मिली थी। इसमें भाजपा को अकेले 303 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि 2019 में यूपीए को 91 सीटें मिली थीं, जबकि अन्य को 98 सीटों पर जीत मिली थी। लेकिन सर्वे के अनुसार 2024 के चुनाव में एनडीए को नुकसान हो सकता है। हालांकि नुकसान ऐसा नहीं दिख रहा, जिससे एनडीए की सरकार नहीं बने। लेकिन सीटों के आंकड़ों में भी एनडीए की स्थिति बेहतर नहीं है। सर्वे के अनुसार एनडीए को 296 से 326 सीटें मिल सकती हैं। जबकि I.N.D.I.A. को 160-190 सीटें मिल सकती हैं।
8 राज्यों की 104 सीटों में दो-तिहाई NDA को
सर्वे रिपोर्ट में 8 राज्यों की सीटों का आंकलन भी किया गया है। इन 8 राज्यों में कुल 104 सीटें हैं। इनमें छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड शामिल है। इन राज्यों में एनडीए को दो-तिहाई सीटें मिल सकती हैं। सर्वे के अनुसार आज के हालात में चुनाव हुए तो इन 8 राज्यों की 104 सीटों में 70 से 82 सीटों पर एनडीए का कब्जा होगा। जबकि I.N.D.I.A. के हाथ 19-33 सीटें आ सकती हैं। अन्य दलों को 1-2 सीटें जाने का अनुमान है।
छत्तीसगढ़ में किसे मिलेंगी कितनी सीटें
- एनडीए : 6-8
- I.N.D.I.A. : 3-5
- अन्य : 0
- कुल सीटें : 11
मध्य प्रदेश में किसे मिलेंगी कितनी सीटें
- एनडीए : 24-26
- I.N.D.I.A. : 3-5
- अन्य : 00
- कुल सीटें : 29
राजस्थान में किसे मिलेंगी कितनी सीटें
- एनडीए : 20-22
- I.N.D.I.A. : 2-3
- अन्य : 0-1
- कुल सीटें : 25
हरियाणा में किसे मिलेंगी कितनी सीटें
- एनडीए : 6-8
- I.N.D.I.A. : 2-4
- अन्य : 0
- कुल सीटें : 10
पंजाब में किसे मिलेंगी कितनी सीटें
- एनडीए : 2-3
- I.N.D.I.A. : 8-12
- अकाली दल : 1-2
- अन्य : 0
- कुल सीटें : 13
दिल्ली में किसे मिलेंगी कितनी सीटें
- एनडीए : 5-6
- I.N.D.I.A. : 1-2
- अन्य : 0
- कुल सीटें : 07
हिमाचल में किसे मिलेंगी कितनी सीटें
- एनडीए : 3-4
- I.N.D.I.A. : 0-1
- अन्य : 00
- कुल सीटें : 04
उत्तराखंड में किसे मिलेंगी कितनी सीटें
- एनडीए : 4-5
- I.N.D.I.A. : 0-1
- अन्य : 00
- कुल सीटें : 05