हापुड़ : उत्तर प्रदेश के हापुड़ कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार को उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने एक मुठभेड़ में कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सक्रिय शार्पशूटर नवीन कुमार को मार गिराया। नवीन कुमार दिल्ली में एक व्यापारी की हत्या और महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) के तहत एक मामले में वांछित था।
STF के अतिरिक्त महानिदेशक (ADGP) अमिताभ यश ने बताया कि बुधवार देर रात STF की नोएडा इकाई और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम को सूचना मिली थी कि नवीन कुमार हापुड़ कोतवाली क्षेत्र में मौजूद है। जब टीम ने उसे घेरने की कोशिश की, तो उसने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में नवीन कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
नवीन कुमार गाजियाबाद के लोनी का रहने वाला था और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए सक्रिय रूप से काम करता था। वह गैंग के कुख्यात अपराधी हाशिम बाबा का करीबी सहयोगी था। हाशिम बाबा पर भी जेल से कई हत्याओं को अंजाम देने का आरोप है, जिसमें सितंबर 2024 में दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-1 में जिम मालिक नादिर शाह की हत्या शामिल है।
पुलिस के अनुसार, नवीन कुमार पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, जबरन वसूली और अन्य गंभीर अपराध शामिल हैं। उसकी मौत के बाद पुलिस ने क्षेत्र में सघन जांच शुरू कर दी है और गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
हालांकि, इस तरह की मुठभेड़ को लेकर विवाद भी सामने आते रहे हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में मुठभेड़ में 100 से अधिक कथित अपराधियों की मौत हुई है, जिसे लेकर कई बार पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप भी लगा है। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।