आज इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) की लखनऊ पीठ ने गुरुवार को मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को जमानत दे दी। आशीष मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री (Union Minister of State for Home) अजय कुमार मिश्रा टेनी के बेटे हैं। पिछले महीने, लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने आशीष मिश्रा को मामले में मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया था। आरोप पत्र में कहा गया था कि आशीष मिश्रा ने प्रदर्शनकारी किसानों की हत्या की एक सुनियोजित साजिश की थी। 5,000 पन्नों की चार्जशीट में मामले में आरोपियों की संख्या भी बढ़ाकर 14 कर दी गई थी।
आठ लोगों की मौत
पिछले साल निरस्त किए गए तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के दौरान 3 अक्टूबर, 2021 को हुई लखीमपुर खीरी हिंसा की घटना में आठ लोगों की मौत हो गई थी। जहां मरने वालों में चार किसान, एक पत्रकार, दो भाजपा कार्यकर्ता और एक ड्राइवर था। आशीष मिश्रा और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास मामले में आरोपी हैं।
9 अक्टूबर को गिरफ्तार
गौरतलब है कि आशीष मिश्रा को पिछले साल 9 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। एसआईटी के डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने मिश्रा की गिरफ्तारी के समय कहा था कि आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है क्योंकि वह पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं कर रहा था और उसने कुछ सवालों के जवाब नहीं दिए थें। सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले में निष्क्रियता पर उत्तर प्रदेश सरकार के प्रति असंतोष व्यक्त किया था. जिसके एक दिन बाद आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया था।
केशव प्रसाद का लखीमपुर दौरा
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद का लखीमपुर दौरा था। जहां किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे थें। इसी प्रदर्शन के दौरान यह घटना घटी थी। जिसमें चार किसानों को तेज रफ्तार एसयूवी ने कुचल दिया था जो आशीष मिश्रा की थी। घटना में मौके पर मौजूद एक पत्रकार की भी मौत हो गई थी। दो भाजपा कार्यकर्ताओं और काफिले में एसयूवी के एक चालक की भी जान चली गई थी।