बिहार के सारण जिले के मढ़ौरा स्थित डीजल लोकोमोटिव फैक्ट्री ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इस फैक्ट्री को ₹2000 करोड़ मूल्य का पहला अंतरराष्ट्रीय निर्यात ऑर्डर प्राप्त हुआ है, जिसके तहत पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी को 140 ES43ACmi सीरीज डीजल इंजन सप्लाई किए जाएंगे। इस बड़ी उपलब्धि पर सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की दूरदर्शिता को श्रेय दिया और कहा कि यह उनकी सोच का ही परिणाम है कि मढ़ौरा आज विश्व मानचित्र पर उभर कर सामने आया है।
शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आज केंद्र सरकार भले ही ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के नारे लगाए, लेकिन इसकी असली नींव लालू यादव ने बहुत पहले रख दी थी। उन्होंने बताया कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तब उन्होंने मढ़ौरा में इस फैक्ट्री की योजना बनाई और उसका शिलान्यास किया। हालांकि बाद की सरकारों में यह योजना धीमी हो गई और 2018 में जाकर फैक्ट्री का काम शुरू हो सका। अब 2025 में यह फैक्ट्री ₹2000 करोड़ का पहला एक्सपोर्ट ऑर्डर हासिल कर चुकी है, जो भारत के औद्योगिक विकास के लिए मील का पत्थर है। गिनी जैसे अफ्रीकी देश को इंजन सप्लाई करने का ऑर्डर केवल तकनीकी दक्षता नहीं बल्कि नीतिगत नेतृत्व का भी परिणाम है। मढ़ौरा की यह सफलता भारत के लिए रेलवे क्षेत्र में वैश्विक ताकत बनने का संकेत है।
श्री सिंह ने कहा कि देश को उन नेताओं की जरूरत है जो दूरगामी सोच रखते हों, ना कि इतिहास मिटाने की कोशिश करने वाले नारों पर भरोसा करें। मढ़ौरा की डीजल लोकोमोटिव फैक्ट्री का यह पहला निर्यात ऑर्डर न केवल बिहार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह भारतीय रेल के तकनीकी और वैश्विक दृष्टिकोण की पुष्टि करता है। लालू प्रसाद यादव की दूरदर्शिता अब परिणाम देने लगी है। यह साबित करता है कि सशक्त विचार और योजनाबद्ध नेतृत्व समय के साथ इतिहास रचता है।