बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर बुलाई गई महागठबंधन समन्वय समिति की महत्वपूर्ण बैठक उस समय चर्चा का विषय बन गई, जब बैठक शुरू होने से ठीक पहले बिजली गुल हो गई। तेज धूप और उमस के बीच करीब 1 घंटे तक सभी नेता गर्मी में पसीना बहाते रहे।
जहां यह बैठक महागठबंधन के लिए सीटों का समीकरण तय करने के लिहाज़ से निर्णायक मानी जा रही थी, वहीं बिजली कटने की घटना ने पूरे आयोजन को अव्यवस्थित और असहज बना दिया।
बैठक की शुरुआत से पहले ही गर्म हो गया सियासी माहौल
जानकारी के मुताबिक, दोपहर 1:30 बजे सभी प्रमुख नेता तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंच चुके थे, लेकिन कुछ ही मिनटों बाद बिजली कट गई। तेज गर्मी और एसी बंद हो जाने के कारण हॉल के दरवाजे-खिड़कियां खोलने पड़े। नेताओं को पंखों और पानी की बोतलों से राहत की कोशिश करते देखा गया, लेकिन कई नेता नाराज़ भी नज़र आए।
बिजली कट की वजह से मीटिंग देर से शुरू हुई, लेकिन फिर से बिजली आने के बाद एसी चालू हुआ और बैठक का औपचारिक संचालन शुरू हो सका।
इस बैठक में शामिल थे:
- कांग्रेस के कृष्णा अल्लावरु, मदन मोहन झा
- VIP से मुकेश सहनी
- लेफ्ट दलों के प्रतिनिधि
- राजद के वरिष्ठ नेता
- और स्वयं तेजस्वी यादव, जो समन्वय समिति के अध्यक्ष भी हैं।
सीट शेयरिंग: अभी भी ‘हवा’ में है फॉर्मूला
मीटिंग का औपचारिक एजेंडा सीट शेयरिंग पर प्रारंभिक सहमति बनाना था, लेकिन सूत्रों के मुताबिक अभी किसी ठोस फॉर्मूले पर सहमति नहीं बन सकी। माना जा रहा है कि अगले 10 दिनों में दो और बैठकें होंगी, जिनमें सीटों का आंकड़ा फाइनल करने की कोशिश की जाएगी।