मुंबई : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शिंदे ने कहा कि गांधी बार-बार बिना सबूत के आरोप लगाते हैं, जो कि गलत और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने राहुल गांधी को सलाह दी कि अगर उन्हें कोई समस्या है तो उन्हें चुनाव आयोग या कोर्ट का रुख करना चाहिए, न कि इस तरह से लोगों को भ्रमित करना चाहिए।
शिंदे ने कहा, “राहुल गांधी बार-बार ऐसे आरोप लगाते हैं… चुनाव आयोग ने उन्हें बुलाया है। यदि उन्हें कोई समस्या है तो वे चुनाव आयोग के पास जाएं या कोर्ट में जाएं। इस तरह से बार-बार आरोप लगाना गलत है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। जब कर्नाटक या तेलंगाना में कांग्रेस जीत गई तब वे इस तरह के आरोप नहीं लगाते… लोकसभा चुनाव के दौरान महाराष्ट्र में उन्हें (विपक्ष) ज्यादा सीटें मिलीं तब भी सब ठीक था… उन्हें चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए, कोर्ट के पास जाना चाहिए ना कि इस तरह के फेक नैरेटिव फैलाकर लोगों को भ्रमित करना चाहिए।”
यह बयान महाराष्ट्र की राजनीतिक गतिविधियों के बीच आया है, जहां शिंदे ने 2022 में उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत की थी और इसके बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ गठबंधन कर मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी। हाल ही में हुए 2024 के लोकसभा चुनावों में शिंदे की शिवसेना ने 7 सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी ने 9 सीटें हासिल कीं, जिससे शिंदे की राजनीतिक स्थिति और मजबूत हुई।
राहुल गांधी पर शिंदे के आरोप ऐसे समय में आए हैं जब कांग्रेस नेता पर राजनीतिक रूप से प्रेरित मामलों में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं। 2007 में गांधी पर लगे बलात्कार के आरोप सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे थे, जहां इसे राजनीतिक साजिश करार दिया गया था। इस पृष्ठभूमि में शिंदे का बयान गांधी को औपचारिक चैनलों के माध्यम से ऐसे मुद्दों को संबोधित करने की अपील के रूप में देखा जा सकता है, खासकर जब कांग्रेस अन्य राज्यों में सफल रही थी, तब ऐसी आलोचनाओं का अभाव था।
शिंदे का यह बयान महाराष्ट्र की राजनीतिक लड़ाई में एक नया मोड़ ला सकता है, जहां विपक्ष और सत्ताधारी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है।