कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आगामी 26 सितंबर को बिहार के ऐतिहासिक मोतिहारी गांधी मैदान में आयोजित ‘हर घर अधिकार यात्रा’ रैली को संबोधित करेंगी। इस रैली के आयोजन को लेकर कांग्रेस और महागठबंधन में गहमा-गहमी बढ़ गई है। महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं की कोशिश है कि इस रैली को चुनावी रणभूमि की तैयारी के रूप में मजबूती से पेश किया जाए, ताकि आगामी चुनाव में जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत की जा सके।
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राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस आयोजन को लेकर महागठबंधन के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ बैठक की। डॉ. सिंह ने बताया कि मोतिहारी की यह जनसभा महागठबंधन की चुनावी तैयारियों का अहम हिस्सा है, जो आगामी चुनाव में निर्णायक भूमिका अदा कर सकती है। इस रैली के बाद महागठबंधन के कार्यकर्ता जिले, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर जनता तक पहुंचने के लिए सक्रिय हो जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि महागठबंधन से जुड़े जिले जैसे बेतिया, बगहा, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर और मुजफ्फरपुर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इस सभा में शामिल होंगे।

डॉ. सिंह ने यह भी बताया कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर सहमति बन चुकी है और केवल औपचारिक घोषणा बाकी है। महागठबंधन की इस तैयारी ने राज्य में आगामी चुनावी लहर को लेकर एक नया मोड़ लिया है। साथ ही, डॉ. सिंह ने प्रधानमंत्री की सभा में हुई हालिया विवादित घटना को निंदनीय और अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ हैं।
कांग्रेस नेता ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं में सरकार पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी की यात्रा से कार्यकर्ताओं में जोश का माहौल बना है, और यह जनसभा आगामी चुनाव से पहले राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी।






















