प्रयागराज : नैनी सेंट्रल जेल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां माफिया डॉन और पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे अली के पास से 1100 रुपये नकद बरामद हुए हैं। इस मामले में जेल प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डिप्टी जेलर शांति देवी और वार्डन संजय द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को पुलिस उपमहानिरीक्षक (जेल) राकेश श्रीवास्तव ने जेल का औचक निरीक्षण किया, जिसमें अली के पास से नकदी मिली। जांच में पता चला कि अली से मिलने आए एक व्यक्ति ने उसे कैंटीन से सामान खरीदने के लिए कूपन के पैसे दिए थे, लेकिन अली ने इन रुपये को अपने पास रख लिया। जेल नियमों के अनुसार, कैदियों को दैनिक वस्तुओं की खरीद के लिए केवल ‘प्रिंटेड कूपन’ का उपयोग करना होता है, जिसके लिए अलग से पैसे जमा करने चाहिए।
जेल प्रशासन की कार्रवाई
नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक रंग बहादुर ने बताया कि इस लापरवाही के लिए जेल स्टाफ पर सख्त कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा, “अली के पास नकदी का होना जेल की सुरक्षा व्यवस्था में चूक को दर्शाता है। जांच जारी है, और दोषियों के खिलाफ और कदम उठाए जाएंगे।
“पृष्ठभूमि और सवाल
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल, 2023 को प्रयागराज के काल्विन अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों पर उमेश पाल हत्याकांड सहित 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे। इस घटना ने जेल प्रशासन पर सवाल उठाए हैं कि क्या कैदियों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं? नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, देश के 70% जेलों में तस्करी और गैर-कानूनी सामग्री की शिकायतें सामने आई हैं, जो इस घटना को और गंभीर बनाती है।
आगे की जांच
प्रशासन ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। सवाल उठ रहे हैं कि जेल में नकदी कैसे पहुंची और क्या यह एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है? इस घटना से जेल सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से विचार करने की मांग तेज हो गई है।