नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर लोकसभा के उपसभापति पद के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। खड़गे ने अपने पत्र में इस बात पर चिंता जताई कि पिछले दो कार्यकालों (2019 से अब तक) से यह पद खाली पड़ा है, जो संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ है।
मुख्य बिंदु:
- संवैधानिक उल्लंघन: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 93 के तहत लोकसभा को सभापति और उपसभापति का चुनाव “जितनी जल्दी हो सके” करना अनिवार्य है। खड़गे ने इस पर जोर दिया कि 17वीं लोकसभा (2019-2024) और अब 18वीं लोकसभा में यह पद रिक्त रहना चिंता का विषय है।
- ऐतिहासिक संदर्भ: यह पहली बार है जब किसी लोकसभा में उपसभापति का पद इतने लंबे समय तक खाली रहा है। पहले इस पद पर सबसे लंबे समय तक एम. थंबिदुरई (9 साल) ने कार्य किया था।
- राजनीतिक पृष्ठभूमि: 2024 के चुनावों में बीजेपी को बहुमत नहीं मिला, जिसके बाद उसे गठबंधन सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति शक्ति संतुलन बनाए रखने के लिए नियुक्तियों में देरी का कारण बन सकती है।
- पारंपरिक परंपरा: यह संसदीय परंपरा रही है कि उपसभापति का पद विपक्षी दल से भरा जाए, ताकि लोकतंत्र में जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।
खड़गे ने अपने पत्र में कहा, “प्रधानमंत्री जी, लोकसभा में उपसभापति के रिक्त पद के संबंध में यह बेहद चिंताजनक मामला है। संविधान और परंपराओं के अनुसार, इस पद को शीघ्रता से भरा जाना चाहिए।” उन्होंने लोकसभा के नियम 8(1) का हवाला देते हुए कहा कि सभापति इस चुनाव की तारीख तय कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय से अभी तक इस पत्र पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। राजनीतिक गलियारों में इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है, और आने वाले दिनों में इस पर संसद में बहस की संभावना है।