पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार कल दिल्ली के निगम बोध घाट पर किया जायेगा। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि कल डॉ. 11:45 पर मनमोहन सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।” इसमें कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय से अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ करने के लिए प्रबंध किए जाने का अनुरोध किया गया है। लेकिन अब इसको लेकर सियासी झगड़ा शुरू हो गया है। सरकार ने दिल्ली के निगम बोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार की जानकारी कांग्रेस और परिवारजनों को दी थी, लेकिन अब कहा जा रहा है कि कांग्रेस निगम बोध पर अंतिम संस्कार किए जाने से नाराज है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की फोन पर बात भी हुई है और स्मारक बनाने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात की है। एक पत्र भी कांग्रेस की ओर से लिखा गया है। इसमें कहा गया है कि भारत के सपूत सरदार मनमोहन सिंह जी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करना और स्मारक स्थापित करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इसके बाद सरकार ने अंतिम संस्कार 28 दिसंबर, को सुबह 11:45 बजे निगमबोध घाट पर करने का निर्णय लिया।
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प्रियंका गांधी का विरोध
प्रियंका गांधी ने भी सरकार के इस फैसले पर नाखुशी जताई है। प्रियंका गांधी ने इसे मनमोहन सिंह का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए वीर भूमि या शक्ति स्थल का ही कोई हिस्सा दे दिया जाए। वहीं पर डॉक्टर मनमोहन सिंह का समाधि स्थल भी बन सकता है। इसके बाद कांग्रेस की ओर से सरकार को जानकारी दे दी गई है। ये भी बता दिया गया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि खरगे के फोन के जवाब में सरकार की तरफ से स्मारक के लिए स्थल देने पर विचार करने के लिए दो-चार दिन का समय मांगा गया है।
केंद्र सरकार का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण- अलका लांबा
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि उनके (पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह) कद के मुताबिक यह कतई उचित स्थान नहीं है। अलका लांबा ने एक्स पर लिखा, “सरदार मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर होना कैसे उचित हो सकता है? ऐसा करना उनके सम्मान के ख़िलाफ़ जाना होगा, ऐसा पहले कभी किसी पूर्व प्रधानमंत्री के साथ नहीं हुआ, पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी इसका ताजा उदाहरण हैं, जिनका अंतिम सरकार और स्मारक उचित स्थान पर बनाया गया, केंद्र सरकार का यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण और आहत पहुंचाने वाला है।”
कांग्रेस ने अपमान बताया
कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने सरकारी आदेश की कॉपी पोस्ट करते हुए लिखा, ये एक दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है!! डॉ मनमोहन सिंह का पूरा जीवन इस देश के लिए समर्पित रहा, उनके किये गए कार्य इस देश की अभिन्न विरासत है। महापुरुषों के साथ ये भेदभावपूर्ण रवैया बेहद शर्मनाक है। डॉ मनमोहन सिंह के नाम से स्मारक बनना चाहिए और उसी जगह उनका अंतिम संस्कार होना चाहिए न कि निगम बोध घाट पर। ये फैसला वापिस लीजिए, राजधर्म का पालन कीजिए। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार दिल्ली के स्मृति स्थल पर किया गया था।