Manoj Jha Statement: संसद में पेश किए गए उस विवादित बिल पर राजनीतिक बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिसके तहत गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को हटाने का प्रावधान किया गया है। इस मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के वरिष्ठ सांसद मनोज झा ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है।
मनोज झा ने कहा कि यह बिल दरअसल लोकतंत्र को कमजोर करने और विपक्ष को खत्म करने की एक बड़ी साजिश है। उन्होंने कहा कि यह एक विपक्ष-मुक्त लोकतंत्र बनाने की परियोजना है, और मैं बार-बार कह रहा हूं कि यह प्रोजेक्ट विफल होगा। सत्ता पक्ष यह भूल रहा है कि लोकतंत्र में विपक्ष ही लोकतंत्र की असली ताकत है।
माना जा रहा है कि अगर यह बिल पास होता है, तो राजनीतिक परिदृश्य पर गहरा असर पड़ सकता है। विपक्षी दल इसे अपनी राजनीतिक मौजूदगी पर सीधा हमला मान रहे हैं। उनका आरोप है कि इस बिल का इस्तेमाल राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने और सत्ता में बैठे लोगों को सुरक्षित रखने के लिए किया जा सकता है।
मनोज झा के इस बयान ने न केवल आरजेडी बल्कि पूरे विपक्ष को नई ऊर्जा दी है। विपक्षी खेमे का कहना है कि यह लोकतंत्र के मूल ढांचे से छेड़छाड़ की कोशिश है। याद दिला दें कि पहले भी विपक्षी दल कई बार सरकार पर संस्थानों को कमजोर करने और असहमति की आवाज दबाने के आरोप लगा चुके हैं।






















