बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी तपिश अपने चरम पर है और इस तपिश में घी डालने का काम किया है भोजपुरी सुपरस्टार और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने। दिल्ली से सांसद तिवारी ने एक इंटरव्यू में वो सब कह दिया जो विपक्ष की बेचैनी बढ़ा सकता है—चिराग पासवान की भूमिका से लेकर जातीय जनगणना, नीतीश कुमार की केंद्रीयता और NDA की एकजुटता तक।
चिराग पासवान पर खुलकर बोले मनोज तिवारी
जब सवाल उठा कि क्या चिराग पासवान मुख्यमंत्री पद के लिए NDA का चेहरा हो सकते हैं, तो मनोज तिवारी ने सधे शब्दों में कहा कि चिराग पासवान हमारे घटक दल के प्रमुख नेता हैं। उनका जो भी निर्णय होगा, हम उसका सम्मान करेंगे। यानी BJP ने अभी दरवाज़ा बंद नहीं किया है। वहीं भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह के BJP में शामिल होने और चुनाव लड़ने की अटकलों पर तिवारी ने रहस्य बनाए रखा—”कुछ दिन इंतजार कीजिए।” जबकि तेजस्वी यादव और राहुल गांधी द्वारा जातीय जनगणना का क्रेडिट लेने पर तिवारी ने चुटकी ली। मनोज तिवारी ने पूछा कि जब सत्ता में थे तब क्यों नहीं कराया? मनोज तिवारी ने नरेंद्र मोदी सरकार की इस पहल को सामाजिक न्याय की दिशा में बड़ा कदम बताया।
नीतीश कुमार को लेकर RJD पर सीधा हमला
RJD के उस दावे पर कि चुनाव के बाद BJP नीतीश कुमार को किनारे कर देगी, मनोज तिवारी ने दो टूक कहा कि किसी की हिम्मत नहीं कि नीतीश कुमार को साइडलाइन कर दे।” उन्होंने कहा कि NDA में एकता है और नीतीश की अगुवाई में बिहार विकास की ओर अग्रसर है। विपक्षी दलों की बैठक पर तिवारी ने तंज कसते हुए कहा, “उनकी मंशा बिहार को सजाने की नहीं है, NDA ही राज्य को संवार सकता है। गंभीर राजनीतिक हमलों के बीच तिवारी ने RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य को लेकर मानवीय संवेदनशीलता दिखाई। उन्होंने कहा कि लालू जी जल्द स्वस्थ हों, हम भगवती से उनकी सेहत के लिए प्रार्थना करते हैं।