भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव (India Pakistan War) के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के चलते लागू किए गए हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों के कारण पटना एयरपोर्ट से उड़ानें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। 10 मई को रद्द की गई उड़ानों को अब 15 मई तक के लिए पूरी तरह से स्थगित कर दिया गया है। इस अप्रत्याशित फैसले से हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाओं पर पानी फिर गया है, वहीं रेलवे स्टेशनों पर भी टिकट रद्द कराने वालों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
रद्द की गई उड़ानों में प्रमुख रूप से शामिल हैं:
इंडिगो: 6E 6494 (चंडीगढ़-पटना-भुवनेश्वर) और 6E 6485 (चंडीगढ़-पटना-भुवनेश्वर)
एयर इंडिया एक्सप्रेस: IX 1591/1591 (कोलकाता-पटना-हिंडन)
पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से चंडीगढ़, हिंडन (गाजियाबाद) और भुवनेश्वर के लिए सभी उड़ानें आगामी 15 मई तक रद्द कर दी गई हैं। एयरलाइंस ने यात्रियों को सूचित करते हुए रद्द की गई उड़ानों के लिए पूरा किराया वापस करने का आश्वासन दिया है। शनिवार दोपहर तक ही लगभग 1700 यात्रियों ने अपने टिकट रद्द करा लिए, जिनमें से 1500 ने ऑनलाइन माध्यमों का इस्तेमाल किया। इनमें ज्यादातर कनेक्टिंग फ्लाइट्स के टिकट थे, जिनमें दुबई और अबुधाबी जाने वाले 13 यात्री भी शामिल हैं।
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इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने 15 मई तक रद्द की गई उड़ानों के लिए पूरी राशि वापस करने या मुफ्त में यात्रा की तारीख बदलने की पेशकश की है। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने रक्षा कर्मियों के लिए विशेष किराए पर बुक किए गए टिकटों के लिए 30 जून 2025 तक पुनर्निर्धारण पर एक बार की छूट प्रदान की है। हालांकि, इन प्रयासों के बावजूद, पिछले दो दिनों में पटना हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या में लगभग 1000 की कमी आई है, जो साफ तौर पर क्षेत्रीय तनाव के कारण यात्रा योजनाओं में बदलाव को दर्शाता है।
हवाई सेवाओं के साथ-साथ रेल यात्रा भी इस तनाव की आंच से नहीं बच पाई है। पटना जंक्शन और दानापुर रेल मंडल के स्टेशनों पर शनिवार को अनारक्षित टिकटों की बिक्री में 10% की गिरावट दर्ज की गई है, खासकर लंबी दूरी की यात्राओं के लिए। दिल्ली, सूरत, चंडीगढ़, जम्मूतवी और अहमदाबाद जैसे शहरों के लिए 500 से अधिक आरक्षित टिकट यात्रियों ने रद्द करा लिए हैं।