बिहार (Bihar) में गर्मी से परेशान लोगों के लिए मई (May) की शुरुआत राहत लेकर आई है। राजधानी पटना समेत राज्य के कई हिस्सों में जोरदार बारिश और ओलावृष्टि ने मौसम को एकदम बदल दिया है। हालांकि, यह बदलाव सिर्फ ठंडक नहीं, कुछ चुनौतियां भी लेकर आया है।
पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की हवाओं का मेल
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के मुताबिक इस बारिश के पीछे दो प्रमुख वजहें हैं—एक तरफ पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, तो दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी की नम हवाएं बिहार में घुस चुकी हैं। इन दोनों के मिलन ने राज्य के सभी 38 जिलों में मौसम को अचानक पलट दिया है।
Bihar में जिलावार असर
- पूर्वी बिहार (भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया): भारी बारिश, 40 मिमी तक
- दक्षिण बिहार (पटना, गया): गरज-चमक के साथ मध्यम वर्षा
- उत्तर बिहार (दरभंगा, मधुबनी): हल्की बारिश, तेज हवा
- पश्चिम बिहार (बक्सर, गोपालगंज): बौछारें संभावित
किसानों और शहरवासियों को चेतावनी
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों को तेज हवाओं और ओलों से बचाने के उपाय करें। साथ ही, शहरी निकायों को जलभराव से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
तापमान में गिरावट
जहां अप्रैल में पटना का पारा 42°C तक पहुंच गया था, वहीं 1-2 मई को यह गिरकर 30-34°C रह गया है। हालांकि, 3 मई के बाद हल्की गर्मी लौट सकती है, लेकिन बारिश की वजह से उमस में इजाफा होगा।
हालांकि मई की शुरुआत में इतनी व्यापक बारिश बिहार में सामान्य नहीं मानी जाती, लेकिन जलवायु परिवर्तन और वैश्विक मौसमी बदलावों की वजह से अब यह अधिक आम होती जा रही है। यह बारिश जहां किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती है, वहीं तेज हवाएं नुकसानदेह भी हो सकती हैं।