बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने आगामी 17 अप्रैल को पटना में महागठबंधन के सभी घटक दलों की अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में सीट बंटवारे से लेकर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तक के मसलों पर चर्चा होने की संभावना है। बैठक से पहले 15 अप्रैल को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेतृत्व के बीच बैठक होने की संभावना जताई जा रही है। इस मीटिंग में गठबंधन की रणनीति और सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर मंथन किया जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि राजद प्रमुख तेजस्वी यादव कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात में यह स्पष्ट कर सकते हैं कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के लिए वह पहले ही दावेदारी कर चुके हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से यह रुख सामने आया है कि मुख्यमंत्री पद का फैसला चुनाव नतीजों के बाद ही किया जाना चाहिए।
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महागठबंधन के अंदर सीटों को लेकर भी जोरदार खींचतान जारी है। कांग्रेस 70 सीटों से कम पर चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है। पार्टी का तर्क है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में भी उसने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, इसलिए इस बार भी वही संख्या उचित होगी। साथ ही कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन को भी आधार बनाने की बात कही है।
वामपंथी दलों की ओर से भी 50 से 60 सीटों पर दावेदारी की जा रही है, जबकि विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी 60 सीटों पर अपना दावा ठोक चुके हैं। वहीं राजद खुद 180 से 190 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। इस बीच, महागठबंधन की आगामी बैठक को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। माना जा रहा है कि इस बैठक में सीट शेयरिंग का खाका लगभग तैयार कर लिया जाएगा, ताकि चुनावी तैयारियों को गति दी जा सके।